Advertisement
09 February 2024

चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव, स्वामीनाथन समेत जानें अब तक कितनी हस्तियों को मिल चुका है भारत रत्न

पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पी वी नरसिम्हा राव और ‘हरित क्रांति के जनक’ एम एस स्वामीनाथन को भारत रत्न देने के फैसले से देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान पाने वालों की संख्या 53 हो गई है।

इनमें से पांच शख्सियतों को 2024 में यह सम्मान देने की घोषणा की गई, जो अब तक एक वर्ष में अधिकतम संख्या है। इससे पहले, 1999 में चार शख्सियतों को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को घोषणा की कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पी वी नरसिम्हा राव और मशहूर वैज्ञानिक व देश में ‘हरित क्रांति के जनक’ डॉ एम एस स्वामीनाथन को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा।

Advertisement

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट नेता चौधरी चरण सिंह ऐसे समय में कांग्रेस विरोधी राजनीति की धुरी के रूप में उभरे थे, जब देश भर में पार्टी का वर्चस्व था। राव को आर्थिक सुधारों के लिए जाना जाता है।

प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक स्वामीनाथन ने गेहूं और चावल की अधिक उपज देने वाली किस्मों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे 1960 और 1970 के दशक के दौरान पूरे भारत में खाद्यान्न उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। उन्हें चुनौतीपूर्ण समय के दौरान भारत को कृषि में आत्मनिर्भरता हासिल करने में मदद करने और भारतीय कृषि क्षेत्र को आधुनिक बनाने की दिशा में उत्कृष्ट प्रयास करने का श्रेय दिया जाता है।

 

पिछली बार, 2019 में भारत रत्न सम्मान प्रणब मुखर्जी और मरणोपरांत भूपेन्द्र कुमार हजारिका और नानाजी देशमुख को प्रदान किया गया था। 2020 से 2023 के बीच यह सम्मान किसी को नहीं दिया गया।

भारत सरकार ने 1954 में दो नागरिक पुरस्कार-भारत रत्न और पद्म विभूषण - की शुरुआत की थी। पद्म विभूषण की तीन श्रेणियां थीं-पहला वर्ग, दूसरा वर्ग और तीसरा वर्ग। बाद में आठ जनवरी, 1955 को राष्ट्रपति की एक अधिसूचना के माध्यम से इनका नाम बदलकर पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री कर दिया गया।

भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह समाज के किसी भी क्षेत्र में असाधारण सेवा या उच्चतम स्तर के प्रदर्शन को मान्यता देने के लिए प्रदान किया जाता है।

भारत रत्न के लिए प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रपति को सिफारिश की जाती है। इस पुरस्कार के लिए किसी औपचारिक अनुशंसा की आवश्यकता नहीं है।

यह सम्मान 2019, 1997, 1992, 1991, 1955 और 1954 सहित कई अवसरों पर एक वर्ष में तीन व्यक्तियों को दिया गया था। 2015, 2014, 2001, 1998, 1990, 1963 और 1961 सहित कई अवसरों पर यह दो व्यक्तियों को दिया गया, जबकि ऐसे वर्ष भी रहे हैं जब यह सम्मान किसी को भी प्रदान नहीं किया गया था। पहले वर्ष में, यह प्रतिष्ठित सम्मान सी. राजगोपालाचारी, सर्वपल्ली राधाकृष्णन और चंद्रशेखर वेंकटरमन को प्रदान किया गया था।

पूर्व में इस पुरस्कार से सम्मानित होने वालों में जवाहरलाल नेहरू, राजेंद्र प्रसाद, जाकिर हुसैन, लाल बहादुर शास्त्री, अबुल कलाम आजाद, इंदिरा गांधी, के. कामराज, मदर टेरेसा, विनोबा भावे, एम.जी. रामचंद्रन, बी.आर. आंबेडकर, नेल्सन मंडेला, राजीव गांधी, वल्लभभाई पटेल, मोरारजी देसाई, सत्यजीत राय, ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, जयप्रकाश नारायण, अमर्त्य सेन, सचिन तेंदुलकर, अटल बिहारी वाजपेयी और मदन मोहन मालवीय शामिल हैं।

इसके अलावा, भगवान दास, एम. विश्वेश्वरैया, गोविंद बल्लभ पंत, डी. केशव कर्वे, बिधान चंद्र रॉय, पुरुषोत्तम दास टंडन, पांडुरंग वामन काणे, वराहगिरि वेंकट गिरि, खान अब्दुल गफ्फार खान, जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा, गुलजारी लाल नंदा, बिस्मिल्ला खान, एम. एस सुब्बुलक्ष्मी, गोपीनाथ बारदोलोई, पंडित रविशंकर, सी.एन.आर. राव, भीमसेन गुरुराज जोशी, लता मंगेशकर, चिदंबरम सुब्रमण्यम और अरुणा आसफ अली को भी भारत रत्न से सम्मानित किया गया है।

सम्मान के तहत राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक सनद (प्रमाण पत्र) और एक पदक प्राप्त होता है। सम्मान में कोई धनराशि नहीं दी जाती है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: Bharat Ratna, Chaudhary Charan Singh, Narasimha Rao, Swaminathan
OUTLOOK 09 February, 2024
Advertisement