भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के ख़िलाफ़ दिल्ली कूच
स्वामी अग्निवेश ने समाचार एजेंसी भाषा को बताया कि हम किसानों, आदिवासियों को एकत्रित कर केंद्र सरकार के सामने उनके बुनियादी सवालों को उठाएंगे। इसकी शुरूआत हम तेलंगाना में कर चुके हैं।
उन्होंने भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को किसान विरोधी और उद्योगपति हितैषी बताया। आदिवासियों, किसानों के साथ मिलकर 28 फरवरी को पलवल से दिल्ली की ओर मार्च करेंगे क्योंकि उस समय संसद का सत्रा भी चल रहा होगा। उन्होंने कहा, पलवल वही स्थान है जहां भारत लौटने पर महात्मा गांधी पहली बार गिरफ्तार हुए थे।
राजग सरकार ने 2013 में पारित भूमि अधिग्रहण कानून में परिवर्तन करते हुए एक अध्यादेश के जरिए उसे लागू किया है।
अग्निवेश ने बताया कि इस मार्च में उनके साथ एकता परिषद के पी. वी. राजगोपाल, मेधा पाटकर, भुाारखंड-उड़ीसा के कई आदिवासी नेता व परमाणु उर्जा विरोधी तथा मद्यपान निषेध से जुड़े कई संघर्ष समूह हिस्सा लेंगे। उन्होंने इस मार्च में अन्ना हजारे के शामिल होने की भी संभावना जताई।