दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने इस्तीफा दिया
पूर्व आईएएस अधिकारी नजीब जंग (65) ने नौ जुलाई, 2013 को उप राज्यपाल का पदभार संभाला था। उप राज्यपाल के कार्यालय ने एक बयान में कहा गया है कि उप राज्यपाल नजीब जंग ने भारत सरकार को इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान मिली हर तरह की मदद और सहयोग के लिए प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया।
उनके इस चौंकाने वाले कदम के पीछे की वजह के बारे में फिलहाल पता नहीं चल पाया है। बयान में कहा गया कि जंग ने अपने कार्यकाल खासकर दिल्ली में एक साल के राष्ट्रपति शासन के दौरान मिले सहयोग एवं स्नेह के लिए जनता का धन्यवाद किया। राष्ट्रपति शासन के दौरान जंग को जनता से सतत समर्थन मिला और इस वजह से दिल्ली में सहजता और आसानी से प्रशासन चलाने में मदद मिली।
जंग ने पिछले दो वर्ष साथ काम करने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को धन्यवाद किया। उनके कार्यालय ने कहा कि जंग अपनी उस पहली पसंद की तरफ लौट रहे हैं जो कि शिक्षण है। इस पद को संभालने से पहले जंग दिल्ली स्थित जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में कुलपति के पद पर काम कर चुके थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी सरकार के साथ विभिन्न विषयों पर मतभेदों की वजह से जंग लगातार सुर्खियों में रहे। कुछ महीने पहले ही दिल्ली हाईकोर्ट ने यह फैसला दिया था कि दिल्ली में सरकार का मतलब उप राज्यपाल ही है उसके बाद से दिल्ली सरकार के साथ उनके मतभेद और बढ़ गए थे। केजरीवाल का आरोप था कि जंग चुनी हुई सरकार के काम में दखलंदाजी कर रहे हैं जबकि जंग हमेशा यही कहते थे कि वे संविधान द्वारा दी गई जिम्मेदारी निभा रहे हैं। उनके और अरविंद केजरीवाल के बीच इस हद तक तल्खी थी कि केजरीवाल ने हाल ही कहा था कि पीएम मोदी उनको कभी उप-राष्ट्रपति नहीं बना सकते क्योंकि वह मुसलमान हैं।
नजीब जंग ने राज्य में राष्ट्रपति शासन के दौरान सहयोग के लिए जनता को विशेष तौर पर शुक्रिया कहा है। जंग के इस्तीफे के बाद अगले एलजी को लेकर तमाम नामों को लेकर कयासबाजियों का सिलसिला शुरू हो गया है। नजीब जंग के इस्तीफे पर आम आदमी पार्टी ने अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। न ही भाजपा या कांग्रेस की ओर से कोई प्रतिक्रिया आई है।