इंजीनियरिंग के प्रोफेसर जगदीश कुमार होंगे जेएनयू के नए कुलपति
आईआईटी दिल्ली में इलेक्ट्रिल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर कुमार ने कहा कि जेएनयू का कुलपति बनने के बाद उनकी प्राथमिकताएं संस्थानों के बीच संबंधों को मजबूत करना, भर्ती प्रक्रिया को सुचारू बनाना और छात्रों से बातचीत कर शोध कार्यों में सुधार लाने पर जोर होगा। उन्होंने कहा कि आईआईटी दिल्ली और जेएनयू जैसे संस्थान एक-दूसरे के करीबी हैं लेकिन विभिन्न क्षेत्रों में ज्यादा गठबंधन किए जाने की जरूरत है।
यह पूछने पर कि उन्होंने आरएसएस से जुड़े एक समारोह में शिरकत की थी तो कुमार ने कहा, मैं एक शिक्षाविद् हूं और किसी संगठन से औपचारिक जुड़ाव नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्होंने समारोह में शिरकत की क्योंकि यह विज्ञान को लेकर था और इसका आयोजन आईआईटी दिल्ली में हुआ था। इस समारोह का आयोजन आरएसएस से जुड़े संगठन विज्ञान भारती ने किया था।
जेएनयू के वर्तमान कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार सोपोरी का कार्यकाल 27 जनवरी को खत्म हो रहा है। उल्लेखनीय है कि सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के विजिटर राष्ट्रपति होते हैं। बताया जा रहा है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय से भेजी गई सूची में वैज्ञानिक वीएस चौहान, आर एन के बामजई और रामकृष्ण रामास्वामी के नाम भी शामिल थे।
जानकारी के मुताबिक पैनल के चारों नाम राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) के डायरेक्टर डीपी सिंह के नेतृत्व में एक शोध और चयन पैनल ने तय किया था। प्रोफेसर कुमार के बायोडाटा के अनुसार उन्होंने आईआईटी मद्रास से मास्टर डिग्री हासिल करने के बाद अपनी पीएचडी भी वहीं से पूरी की। उन्होंने शोध पर आधारित कुछ पेटेंट हासिल करने के लिए आवेदन भी किया हुआ है।
दिल्ली स्थित जेएनयू काफी प्रतिष्ठित संस्थान माना जाता है। इस वजह से यहां के कुलपति पद को लेकर भी लोगों खासकर छात्रों और बुद्धिजीवियों की उत्सुकता बनी रहती है। पिछले दिनों संस्थान के कुलपति पद के लिए भाजपा नेता सुब्रहमण्यम स्वामी का नाम चर्चा में आने के बाद इस नियुक्ति को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं। हालांकि, राष्ट्रपति को भेजे गए चार नामों में स्वामी का नाम नहीं था।
- एजेंसी इनपुट