मन की बात: बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों को पीएम ने किया प्रोत्साहित
आकाशवाणी से मन की बात कार्यक्रम के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के लोगों से रुबरू होते हैं। रविवार को भी इस कार्यक्रम में पीएम ने देश के लोगों को संबोधित किया। लेकिन आज का मन की बात कार्यक्रम इस मायने में काफी खास रहा कि पीएम ने इस बार देश के उन छात्रों को संबोधित करने के साथ ही शुभकामनाएं भी दीं जो आने वाले दिनों में 10वीं और 12वीं की परिक्षा देने जा रहे हैं। आकाशवाणी से प्रसारित मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा, प्रतिस्पर्धा क्यों? अनुस्पर्धा क्यों नहीं। हम दूसरों से स्पर्धा करने में अपना समय क्यों बर्बाद करें। हम खुद से ही स्पर्धा क्यों न करें। हम अपने ही पहले के सारे रिकॉर्ड क्यों न तोड़ें। आप देखिए, आपको आगे बढ़ने से कोई रोक नहीं पाएगा और अपने ही पिछले रिकॉर्ड को जब तोड़ोगे, तब आपको खुशी के लिए, संतोष के लिए किसी और से अपेक्षा भी नहीं रहेगी। एक भीतर से संतोष प्रकट होगा।
प्रधानमंत्री ने आज मन की बात में अपने संबोधन में अधिकांश समय में बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों के साथ संवाद किया। इस दौरान उन्होंने नरेंद्र मोदी एप पर क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, वैज्ञानिक सी एन आर राव, शतरंज के ग्रैंडमास्टर विश्वनाथन आनंद, आध्यात्मिक गुरू मुरारी बापू के बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों के नाम संदेश सुनाए। अपने संदेश में महान क्रिकेटर सचिन ने छात्रों को उम्मीदों के बोझ के तले नहीं दबने, अपना लक्ष्य खुद तय करने और सकारात्मक रहने का सुझाव दिया। पीएम ने आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर प्रसिद्ध वैज्ञानिक एवं नोबेल पुरस्कार विजेता सी वी रमण को भी याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर मोदी ने विज्ञान के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सहयोग में भारत की सहभागिता का जिक्र करते हुए अपनी सरकार द्वारा देश में लेजर आधारित लिगो प्रयोगशाला स्थापित करने के फैसले का जिक्र किया।
कल सोमवार को संसद में पेश होने वाले आम बजट का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि कल मेरी परीक्षा है और देश के सवा सौ करोड़ देशवासी मेरी परीक्षा लेने वाले हैं। बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों को सकारात्मक रहने का संदेश देते हुए उन्होंने कहा, आपकी परीक्षा शुरू हो रही है। मुझे भी कल परीक्षा देनी है। सवा-सौ करोड़ देशवासी मेरी कल परीक्षा लेने वाले हैं। पता है न, अरे भई, कल बजट है 29 फरवरी, ये लीप वर्ष होता है। लेकिन आपने देखा होगा, मुझे सुनते ही लगा होगा, मैं कितना स्वस्थ हूं, कितना आत्मविश्वास से भरा हुआ हूं। बस, कल मेरी परीक्षा हो जाए, परसों आपकी शुरू हो जाए। और हम सब सफल हों, तो देश भी सफल होगा। पीएम मोदी ने छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए कहा, तो दोस्तों आपको भी बहुत-बहुत शुभकामनाएं, ढेर सारी शुभकामनाएं। सफलता-विफलता के तनाव से मुक्त हो कर मुक्त मन से आगे बढिए और डटे रहिए।