मन की बात: मोदी ने समझाई 'दो मिनट के मौन' की ताकत
पीएम मोदी ने कहा, आप कल्पना तो कीजिए, हर वर्ष 30 जनवरी ठीक 11 बजे सवा-सौ करोड़ देशवासी 2 मिनट के लिये मौन रखें। इस घटना में कितनी बड़ी ताक़त होगी? हमारे शास्त्रों ने कहा है – “संगच्छध्वं संवदध्वं सं वो मनांसि जानताम” - “हम सब एक साथ चलें, एक साथ बोलें, हमारे मन एक हों।” यही तो राष्ट्र की सच्ची ताकत है और इस ताकत को प्राण देने का काम ऐसी घटनायें करती हैं।
सरकार में बढ़ा खादी का इस्तेमाल
खादी की लोकप्रिय बनाने पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब खादी युवा पीढ़ी के भी आकर्षण का केंद्र बनती जा रही है। फैशन के रूप में भी खादी ने अपनी जगह बनाई है। खादी को लेकर उनकी बातों से सरकार में भी एक सकारात्मक माहौल पनप रहा है। पिछले दिनों रेल मंत्रालय, पुलिस विभाग, भारतीय नौसेना, उत्तराखण्ड का डाक-विभाग – ऐसे कई सरकारी संस्थानों ने खादी के उपयोग में बढ़ावा देने के लिए कुछ अच्छे कदम उठाए हैं। इस सरकारी जरूरत को पूरा करने के लिए अतिरिक्त 18 लाख मानव दिन का रोज़गार सृजित होगा।
इस बार सोलर चरखे का जिक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बार अपने मन की बात कार्यक्रम में राजस्थान व बिहार की हिलाओं के सोलर चरखे का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि दौसा से गीता देवी, कोमल देवी और बिहार के नवादा जिले की साधना देवी ने पत्र लिखकर कहा है कि सोलर चरखे के कारण उनके जीवन में बहुत परिवर्तन आया है। आय दोगुनी हो गई। पीएम ने कहा कि ये सारी बातें एक नया उत्साह बढ़ाती हैं। 30 जनवरी को जब हम पूज्य बापू को जब स्मरण करते हैं, तो इतना तो अवश्य करें कि अपने ढेर सारे कपड़ों में एक खादी भी रहे।
हरियाणा, गुजरात में बेटियों को अनूठा सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि इस साल हरियाणा और गुजरात ने गणतंत्र दिवस के मौके पर बेटियों के सम्मान में अनूठी पहल की। इस वर्ष उन्होंने हर गांव के सरकारी स्कूल में ध्वजवंदन के लिए गांव की सबसे पढ़ी-लिखी बेटी को चुना। इस तरह ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ - इसका एक उत्तम सन्देश देने का उन्होंने प्रयास किया। हरियाणा में गत एक वर्ष में जिस परिवार में बेटी का जन्म हुआ है, ऐसे परिवारजनों को 26 जनवरी के विशेष तौर पर निमंत्रित किया और वीआईपी के रूप में प्रथम पंक्ति में स्थान दिया।
50 फीसदी किसानों को फसल बीमा से जोड़ने का लक्ष्य
पिछले दिनों केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई फसल बीमा योजना का प्रधानमंत्री ने खास तौर उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि साल 2016 में भारत सरकार ने एक बहुत बड़ा तोहफा किसानों को दिया है। इतने सालों से फसल बीमा की चर्चा हो रही है, लेकिन देश के 20-25 प्रतिशत से ज़्यादा किसान उसके लाभार्थी नहीं बन पाए। क्या हम संकल्प कर सकते हैं कि आने वाले एक-दो साल में हम कम से कम देश के 50 प्रतिशत किसानों को फसल बीमा से जोड़ सकें? इसके लिए योजना को बहुत व्यापक और इतना सरल बनाया गया है। फसल कटने के बाद भी अगर 15 दिन में कुछ होता है, तो भी मदद का आश्वासन दिया है। सबसे बड़ी बात है कि फसल बीमा की प्रीमियम की दर बहुत कम रखी गई है।
मन की बात अब मोबाइल पर भी
आकाशवाणी पर प्रसारित होने वाला प्रधानमंत्री मोदी का मन की बात कार्यक्रम अब मोबाइल फोन पर भी सुना जा सकता है। इसके लिए एक मोबाइल फोन नंबर 8190881908 तय किया गया है। इस पर मिस्ड कॉल करने के बाद कभी भी ‘मन की बात’ सुन पाएंगे। फिलहाल यह सेवा हिंदी में है, लेकिन बहुत ही कई अन्य भाषाओं में इसे शुरू किया जाएगा।