बोहरा समाज के कार्यक्रम में बोले मोदी, इमाम हुसैन के संदेश और बलिदान की परंपरा को आगे बढ़ाने की जरूरत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने को इंदौर के बोहरा समुदाय के एक कार्यक्रम में इमाम हुसैन के बलिदान और उनके संदेश को याद किया और कहा कि हुसैन की परंपरा को आगे बढ़ाने की जरूरत है। इस कार्यक्रम में उन्होंने सैफी मस्जिद का दौरा किया और शीर्ष शिया गुरुओं से बातचीत की। असरा मुबारका नाम का यह कार्यक्रम इंदौर की सैफी मस्जिद में हो रहा है जो इमाम हुसैन की शहादत दिवस के रुप में मानया जाता है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा वे अपने आप को बोहरा परिवार के सदस्य के तौर पर देखने लगे हैं। दाऊरी बोहरा सुमदाय की ओर से आयोजित धार्मिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह समाज देश की एकता के लिए काम करता आया है। बोहरा समाज दुनिया भर को भारत की ताकत से परिचित करा रहा है।
इमाम हुसैन की शहादत को याद करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हुसैन अमन और ईमान के लिए शहीद हो गए। उन्होंने अहंकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की और उनका बलिदान आज की दुनिया के लिए अहम है। इन परंपराओं को मुखरता से आगे बढ़ाने की जरुरत है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने आयुष्मान योजना का जिक्र करते हुए बताया कि कैसे यह योजना आने वाले समय में देश के 50 करोड़ लोगों की रक्षक बनने जा रही है।
Ayushman Yojana has come as a savior for about 50 crore poor people of the country. It will ensure free medical treatment worth Rs 5 lakhs in one year. The trial of this scheme is underway: PM Narendra Modi at Saifee Mosque in Indore. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/qC8AF7SFks
— ANI (@ANI) September 14, 2018
इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन और मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने भी हिस्सा लिया।
इसी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपने मुल्क से मुहब्बत करने वाला, दूसरों की मदद करने वाला और अनुशासित अगर कोई समाज है तो वह बोहरा समाज है।
पहले भी शामिल हुए है नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 सितंबर को मध्य प्रदेश के इंदौर में बोहरा समाज के इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। यह दूसरा मौका होगा, जब मोदी मोहर्रम की में शामिल होंगे। इससे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए वे सूरत में हुई मोहर्रम में शामिल हुए थे। सैयदना दाऊदी बोहरा समुदाय के 53वें धर्मगुरु हैं। 12 सितंबर से उनका यहां धार्मिक प्रवचन चल रहा है।