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18 January 2017

रेल मंत्री ने ‘मिशन 41के’ पेश किया

उन्‍होंने कहा कि विभिन्‍न हितधारकों की भागीदारी के साथ इस व्‍यापक रणनीति पर अमल के लिए हम नियामकीय रूपरेखाओं से लाभ उठायेंगे और नई प्रौद्योगिकियों पर गौर करेंगे। उन्‍होंने कहा कि यह सभी चीजों पर नये सिरे से गौर करने और एक आदर्श आधार-रेखा निर्धारित करने का एक अच्‍छा अवसर है। रेल मंत्री ने कहा कि पिछले दशक में किये गये समस्‍त विद्युतीकरण कार्यों को दोगुना किया जायेगा और यह भारतीय रेलवे के ऊर्जा मिश्रण को बदल कर रख देगा। भारतीय रेलवे ने 1000 मेगावाट सौर बिजली और 200 मेगावाट पवन ऊर्जा का लक्ष्‍य रखा है।

प्रभु ने यह भी बताया कि भारतीय रेलवे की विभिन्‍न पहलों पर हितधारकों के साथ लगभग 15-16 गोलमेज सम्‍मेलन आयोजित करने की तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि डेटा विश्लेषण पर एक गोलमेज परिचर्चा आयोजित करने की योजना है। भारतीय रेलवे बड़ पैमाने पर डेटा सृजित करती है और इसके पास स्‍व उपयोग के लिए विशाल ऑडियंस हैं। इन सभी का इष्‍टतम इस्‍तेमाल करने की क्षमता हासिल कर लेने से भारतीय रेलवे के लिए अतिरिक्‍त राजस्‍व सृजित करना संभव हो जायेगा।

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TAGS: रेल मंत्री, सुरेश प्रभाकर प्रभु, रेलवे, गोलमेज परिचर्चा
OUTLOOK 18 January, 2017
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