पत्र लिखकर नरेंद्र मोदी ने गिनाई एक साल की उपलब्धियां
प्रधानमंत्री ने अपने पत्र में स्वयं को ‘प्रधान सेवक’ बताया है और लिखा है कि अन्त्योदय हमारे राजनैतिक दर्शन का मूल मंत्र है। प्रमुख फैसले लेते समय हमेशा वंचित, गरीब, मजदूर और किसान हमारी आंखों के सामने रहते है। जन-धन योजना में हर परिवार का बैंक खाता और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं अटल पेंशन योजना इसी का प्रमाण है।
मोदी ने किसानों के बारे में लिखा है कि ‘अन्नदाता सुखी भवः’ हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारे किसान अथक मेहनत कर देश को खाद्य सुरक्षा प्रदान करते है। प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना, साॅइल हेल्थ कार्ड, बिजली की बेहतर उपलब्धता, नई यूरिया नीति, कृषि विकास के लिए हमारी प्रतिबद्धता है। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से पीड़ित किसानों के साथ हम मजबूती से खड़े रहे हैं। सहायता राशि को डेढ़ गुना किया तथा पात्रता मापदंड को अधिक किसान-हितैषी बनाया।
प्रधानमंत्री ने पत्र में विश्व स्तर पर भारत की चर्चा, भ्रष्टाचार, स्वच्छ भारत अभियान का जिक्र करते हुए लिखा है कि हमने जोड़ने का काम किया है। देश की सीमाओं, बंदरगाहों और पूरे भारत को एक कोने से दूसरे कोने तक जोड़ने के लिए सड़कें और रेलवे को नया जीवन देने का प्रयास किया है। देश को आगे बढ़ाने के संकल्प के साथ प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि पहले साल में विकास यात्रा की मजबूत नींव से देश ने खोया विश्वास पाया है।