Advertisement
06 October 2019

नेशनल कांफ्रेस की मांग- बीडीसी चुनाव से पहले फारूक और उमर अब्दुल्ला को रिहा किया जाए

नेशनल कांफ्रेंस के नेता देवेंद्र सिंह राणा ने पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला से मुलाकात करने के बाद सरकार से मांग की है कि जम्मू कश्मीर में ब्लॉक डवलपमेंट काउंसिल (बीडीसी) के चुनाव से पहले पार्टी के दोनों शीर्ष नेताओं को रिहा किया जाए।

जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र बहाली की मांग

फारुक अब्दुल्ला से पार्टी के 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात के बाद राणा ने संवाददाताओं से कहा कि पार्टी के तौर पर हम राज्य में राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करने और लोकतंत्र की बहाली की अपील करते हैं। जिन नेताओं के विरुद्ध कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है, उन्हें तुरंत रिहा किया जाए। पार्टी के अस्थाई अध्यक्ष बने राना ने पब्लिक सेफ्टी एक्ट के तहत अब्दुल्ला को कैद किए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।

Advertisement

रिहाई के बाद पार्टी चुनाव में भाग लेने पर फैसला करेगी

आगामी 24 अक्टूबर को होने वाले बीडीसी चुनाव में पार्टी के हिस्सा लेने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले अब्दुल्ला पिता-पुत्र को रिहा किया जाना चाहिए। इसके बाद पार्टी की कार्यसमिति विचार करने के बाद इसके बारे में फैसला करेगी।

मुलाकात की इजाजत मांगी थी

फारूक अब्दुल्ला से मिलने से पहले राणा और दूसरे नेताओं ने उमर अब्दुल्ला से मुलाकात की। फारूक और उमर से मुलाकात के बाद राणा ने कहा, 'हम खुश हैं कि वे दोनों स्वस्थ हैं। निश्चित रूप से वे राज्य के घटनाक्रम से पीड़ित हैं। इससे पहले नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रवक्ता मदन मंटू ने बताया है कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के जम्मू के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल को फारूक अब्दुल्ला और उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला से मिलने की अनुमति दे दी । राणा ने इस संबंध में राज्यपाल से इजाजत मांगी थी। इन दोनों ही नेताओं को हिरासत में रखा गया है। 

प्रशासन हालात सामान्य करने के प्रयास में

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने संबंधी मोदी सरकार के फैसले को दो महीने पूरे हो चुके हैं। प्रशासन की ओर से स्थिति सामान्य करने की कोशिश जारी है। इसी सिलसिले में अब जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और पार्टी के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला से पार्टी नेताओं को मिलने की अनुमति दी। लिहाजा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद नजरबंद फारूक और उमर अब्दुल्ला से नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को मुलाकात की।

बैठक में  लिया था फैसला

गौरतलब है कि जम्मू में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं की गतिविधियों पर से पाबंदियां हटा दी गई हैं। नजरबंदी हटते ही नेशनल कांफ्रेंस ने एक बैठक की जिसमें यह निर्णय लिया गया कि नेशनल कांफ्रेंस एक पत्र के माध्यम से राज्यपाल सत्यपाल मलिक से गुजारिश करेगी कि नेशनल कांफ्रेंस के नेताओं को फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला से मिलने की इजाजत दी जाए। जिसके बाद प्रशासन ने इजाजत दी है। मंटू ने कहा कि जम्मू स्थित नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं के आंदोलन पर प्रतिबंध हटाने के बाद पार्टी नेताओं से मिलने का फैसला दो दिन पहले जम्मू प्रांत के वरिष्ठ पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों की एक आकस्मिक बैठक में लिया गया था।

दो महीनों से हैं हिरासत में

पार्टी अध्यक्ष और सांसद डॉ फारूक अब्दुल्ला को करीब दो महीनों से श्रीनगर स्थित उनके आवास में बंद रखा गया है। पांच अगस्त को केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और उसे केंद्र शासित प्रदेश घोषित करने के बाद से ही उन्हें और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला को नजरबंद किया गया है। उमर अब्दुल्ला को राजकीय अतिथि गृह में नजरबंद किया गया है।

5 अगस्त को मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा दिया था और राज्य को दो हिस्सों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांटकर दोनों को केंद्र शासित प्रदेश घोषित कर दिया था। फैसले के बाद एहतियातन सरकार ने जम्मू-कश्मीर के प्रमुख नेताओं को हिरासत में ले लिया और भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती की।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: National Conference Delegation, Allowed, Meet, Incarcerated, Abdullahs, party president Farooq Abdullah, vice president Omar Abdullah
OUTLOOK 06 October, 2019
Advertisement