महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम बन सकते हैं अजित पवार लेकिन आज नहीं लेंगे शपथ
महाराष्ट्र में गुरुवार शाम मुंबई के शिवाजी पार्क में नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे राज्य के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने जा रहे हैं। वहीं अब मंत्रिमंडल को लेकर भी अटकलें जारी हैँ। इस बार प्रदेश की सियासत के केन्द्र में रहे अजित पवार को लेकर चर्चाएं तेज हैं। कहा जा रहा है कि उन्हें उप-मुख्यमंत्री का पद दिया जा सकता है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने एनसीपी के सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि महाराष्ट्र में अजित पवार डिप्टी सीएम बन सकते हैं। हालांकि, वे आज शपथ नहीं लेंगे।
गौरतलब है कि बुधवार को गठबंधन के शीर्ष नेताओं के बीच मंत्रिमंडल पर मंथन हुआ। इसमें एनसीपी का उप-मुख्यमंत्री और कांग्रेस का विधानसभा स्पीकर बनाने पर सहमति बनी। मुख्यमंत्री बनने जा रहे शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ ही प्रत्येक दल से दो-दो विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
डिप्टी सीएम का पद एनसीपी को
इकलौते डिप्टी सीएम का पद एनसीपी के खाते में आया है, ऐसे में अजित पवार की भूमिका को लेकर सबकी दिलचस्पी है। माना जा रहा है कि अजित पवार या तो मंत्रिमंडल में शामिल ही नहीं होंगे और यदि होते हैं तो डिप्टी सीएम पोस्ट उनके पास जा सकता है।
अजित पवार को लेकर इसलिए है दिलचस्पी
दरअसल, पिछले हफ्ते बगावत कर फडणवीस के साथ डिप्टी सीएम की शपथ लेने और बाद में इस हफ्ते इस्तीफा देकर 'एनसीपी वापसी करने वाले अजित पवार पिछले कुछ दिनों से लगातार सुर्खियों में थे। ऐसे में सबकी नजर इस बात पर रहेगी कि अजित को डिप्टी सीएम का पोस्ट मिलता है नहीं। इसके लिए वह और जयंत पाटील दावेदार हैं और इस पर आखिरी फैसला शरद पवार करेंगे। हालांकि, एएनआई ने एनसीपी सूत्रों के हवाले से बताया है कि अजित पवार ही डिप्टी सीएम होंगे लेकिन वह आज शपथ नहीं लेंगे।
नई सरकार में मेरी भूमिका पार्टी तय करेगी: अजित पवार
बुधवार को विधायक पद की शपथ लेने के बाद अजित पवार ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था, “मैं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में था और हूं। क्या आपके पास मुझे पार्टी से निकालने की लिखित जानकारी है? मैं पार्टी में था और हूं।”
अजित पवार ने कहा, नई सरकार में मेरी भूमिका पार्टी तय करेगी। उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा देने का फैसला मैंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद किया। इसके बाद मैंने अपने पार्टी नेताओं से बात की थी।