चक्रवात अम्फान से तबाही पर बोले पीएम, प्रभावित राज्यों में सामान्य स्थिति बहाल करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे
पश्चिम बंगाल और ओडिशा में चक्रवात तूफान अम्फान के कहर से लाखों जिंदगियां प्रभावित हुई है। राज्यों में भारी आंधी और बारिश की वजह से पेड़ और बिजली के खम्भे बड़ी तादाद में उखड़ गए हैं। इस बड़ी क्षति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आश्वासन दिया है कि पश्चिम बंगाल और ओडिशा में सामान्य स्थिति बहाल करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि चक्रवात से अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है।
सामान्य स्थिति बहाल करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे: पीएम
पीएम मोदी ने गुरुवार को किए अपने एक ट्वीट में कहा, “पश्चिम बंगाल में आए चक्रवात अम्फान की तबाही का दृश्य देख रहा हूं। इस चुनौतीपूर्ण समय में पूरा देश पश्चिम बंगाल के साथ एकजुटता से खड़ा है। सामान्य स्थिति को सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं।" पीएम मोदी ने एक और ट्वीट करते हुए कहा कि चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) की टीमें काम कर रही हैं। शीर्ष अधिकारी लगातार स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और पश्चिम बंगाल सरकार के साथ समन्वय से काम कर रहे हैं। प्रभावितों की मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
'हर संभव मदद जारी'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा की स्थिति पर ट्वीट करते हुए कहा कि केंद्र राज्य के साथ पूरी मुस्तैदी के साथ खड़ा है। राज्य चक्रवात अम्फान से प्रभावित क्षेत्रों का डटकर मुकाबला कर रहा है। सभी अधिकारी प्रभावित लोगों को हर संभव मदद सुनिश्चित करने को लेकर जमीन पर काम कर रहे हैं। प्रार्थना है कि स्थिति जल्द-से-जल्द सामान्य हो जाए। वहीं, चक्रवात तूफान से प्रभावित राज्य ओडिशा और पश्चिम बंगाल की स्थिति को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि केंद्र स्थिति को नजदीकी से मॉनिटर कर रहा है। लगातार संबंधित अधिकारियों के संपर्क में केंद्र बना हुआ है। उन्होंने कहा कि दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री से बात हुई है और उन्हें यह भरोसा दिया गया है कि हर संभव मदद केंद्र की तरफ से दी जाएगी।
तूफान में 12 लोगों की मौत
इस बीच, भारतीय मौसम विभाग ने गुरुवार को कहा है कि पश्चिम बंगाल में भारी बारिश और आंधी-तूफान के बाद चक्रवात अम्फान काफी कमजोर हो गया है और बांग्लादेश में प्रवेश कर गया है। इस तूफान से राज्य के कम-से-कम 12 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, काफी तेज आंधी और जोरदार बारिश की वजह से हजारों झोपड़ियां और पेड़ उखड़ गए हैं।