ब्लू व्हेल गेम पर SC का केंद्र को नोटिस, चपेट में आए छत्तीसगढ़ के 36 बच्चे
सुप्रीम कोर्ट ने ब्लू व्हेल गेम पर पूरी तरह बैन लगाने की मांग संबंधी याचिका पर केंद्र को नोटिस जारी किया है। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने केन्द्र सरकार से इस पर तीन हफ्ते में जवाब मांगा है।
बता दें कि इस जानलेवा गेम की वजह से दो महीने में गुजरात, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और पुड्डूचेरी में इस गेम को खेलने वाले 10 लोग सुसाइड कर चुके हैं। वहीं यह गेम भारत समेत चीन, अमेरिका और कई देशों में गेम 130 से ज्यादा लोगों की जान ले चुका है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक इस गेम पर पूरी तरह बैन लगाने की मांग संबधी याचिका मदुरै के 73 साल के वकील पोन्नियम ने लगाई है। जिसकी सुनवाई चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस एएम खनविलकर और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच कर रही है।
याचिकाकर्ता की मांग
पोन्नियम ने अपनी याचिका में कहा है कि ब्लू व्हेल गेम को लेकर कई मामले अलग-अलग कोर्ट में चल रहे हैं, लेकिन अभी तक पूरे देश में इस पर रोक नहीं लग पाई है। लिहाजा, बच्चों के खुदकुशी करने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। पोन्नियम ने अपनी पिटीशन में यह भी कहा है कि कोर्ट सभी राज्य सरकारों को आदेश दे कि वो लोगों के बीच इस खेल को लेकर अवेयरनेस फैलाएं।
छत्तीसगढ़ के 36 बच्चों की कलाई पर कट
ब्लू व्हेल चैलेंज में फंसकर छत्तीसगढ़ में 36 बच्चों ने अपनी कलाई पर कट लगा लिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरुवार को पुलिस ने बालोद के स्कूल में 6 स्टूडेंट्स को ब्लू व्हेल गेम खेलते हुए पकड़ा। वहीं दंतेवाड़ा के स्कूल प्रिंसिपल ने आला अफसरों को लिखे एक लेटर में बताया कि यहां 30 स्टूडेंट्स के कलाई पर कट के निशान मिले हैं।
क्या है ब्लू व्हेल गेम?
इस गेम में 50 दिन का एक टास्क दिया जाता है, जिसमें आखिरी दिन आत्महत्या का टास्क होता है। खिलाड़ी उसे पूरा करने और जीतने के लिए कुछ भी कर जाता है। इसका गेम का नाम ब्लू व्हेल इसलिए पड़ा क्योंकि हाथों में डॉट बनाकर उसे ब्लू व्हेल का आकार देना होता है, एक-दूसरे से डॉट को जोड़कर ये गेम खेला जाता है।