अब पीलीभीत में एक बेटे ने ठेले पर ढोया पिता का शव, वायरल हुआ वीडियो
सोशल मीडिया साइटों पर वायरल एक वीडियो में सूरज नाम का एक युवक अपने 70 वर्षीय पिता तुलसीराम का शव ठेले पर लादकर ले जाता दिखाई दे रहा है। पीलीभीत शहर के मदीनाशाह मुहल्ले के रहने वाले मजदूर सूरज का कहना है कि शुक्रवार रात को पिता की तबीयत खराब होने पर उसने सरकारी एम्बुलेंस सेवा को बुलाने के लिए फोन किया था लेकिन फोन किसी ने नहीं उठाया। उसने बताया कि किसी तरह सुबह आठ बजे जब वह जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड पहुंचा तो उसे कहा गया कि वह मरीज को साढ़े नौ बजे लेकर आए, उससे पहले डॉक्टर नहीं मिलेंगे। बहरहाल साढ़े नौ बजे सुबह तुलसीराम को अस्पताल में भर्ती किया गया। रात भर इलाज के बगैर तकलीफ झेल चुके बुजुर्ग तुलसीराम की अस्पताल में भर्ती होने के दो घंटे बाद मौत हो गई। उसके बाद वहां मौजूद चिकित्सक ने सूरज से अपने पिता का शव ले जाने को कह दिया। कहीं से कोई व्यवस्था न होने पर सूरज ने एक ठेले का इंतेजाम किया और उसी पर डाल कर पिता का शव ले गया। इसी दौरान वहां मौजूद एक व्यक्ति ने उसका वीडियो बना लिया। वीडियो बनाने वाले व्यक्ति ने सूरज से उसका नाम और पता भी पूछा था।
इस मामले पर पीलीभीत जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक आर. सी. शर्मा का कहना है कि किसी मरीज के तीमारदार ने उनसे संपर्क नहीं किया। वैसे भी पीलीभीत के अस्पताल में शव वाहन की व्यवस्था नहीं है। गौरतलब है कि पिछले महीने उड़ीसा के निवासी दाना मांझी का मानवीय संवेदनाओं को झाकझोरने वाला वह वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कथित रूप से पोस्टमार्टम हाउस से वाहन नहीं दिए जाने के कारण मांझी को पत्नी का शव कंधे पर लादकर पैदल ही 12 किलोमीटर दूर ले जाते दिखाया गया था। इस मामले के सामने आने के बाद कानपुर समेत कुछ अन्य स्थानों पर भी ऐसी ही घटनाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुए थे। मांझी की घटना ने देश के अलावा देश के बाहर भी लोगों को झकझोर कर रख दिया था।
(एजेंसी इनपुट)