राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ से जुड़े समारोह की शुरुआत, प्रधानमंत्री मोदी ने बधाई दी
अयोध्या में शनिवार (प्रतिष्ठा द्वादशी) को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ से जुड़े समारोह की शुरुआत हो गई, जिसके लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस अवसर पर बधाई दी।
वर्षगांठ समारोह की शुरुआत यजुर्वेद के पाठ से हुई। दोपहर 12:20 बजे भगवान की भव्य आरती होगी, इसके बाद भगवान को 56 व्यंजनों का भोग लगाया जाएगा। रामलला के दरबार को फूलों से सजाया गया है।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। सदियों के त्याग, तपस्या और संघर्ष से बना यह मंदिर हमारी संस्कृति और अध्यात्म की महान धरोहर है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि यह दिव्य-भव्य राममंदिर विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में एक बड़ी प्रेरणा बनेगा।’’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘एक्स’ पर राम लला की एक तस्वीर पोस्ट करते हुये कहा, ”हम चाकर रघुवीर के…जय श्री राम!” उन्होंने लिखा, ”रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय वेधसे। रघुनाथाय नाथाय सीतायाः पतये नमः॥ जय जय श्री राम!”
मंदिर पहुंचे स्थानीय निवासी अनूप मिश्रा ने कहा, ‘जनवरी 2024 में जब प्राण प्रतिष्ठा की गई थी, तब हम राम जन्मभूमि नहीं पहुंच पाए थे, लेकिन इस बार हम पहली वर्षगांठ पर रामलला के दरबार में पहुंचकर भाग्यशाली महसूस कर रहे हैं।’
भोपाल की एक श्रद्धालु सरला माहेश्वरी ने कहा, ‘हम वर्षगांठ समारोह में भाग लेने के लिए दो दिन पहले अयोध्या पहुंचे थे, और आज हम भगवान के दर्शन करेंगे, यह सोचकर बहुत उत्साहित हैं।’
मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, 11 से 13 जनवरी तक आयोजित होने वाले इस समारोह में आम लोगों को भी शामिल किया जाएगा, जो पिछले साल ऐतिहासिक समारोह में शामिल नहीं हो पाए थे। साथ ही, करीब 110 आमंत्रित वीआईपी भी इसमें शामिल होंगे।
अंगद टीला स्थल पर एक जर्मन हैंगर टेंट लगाया गया है, जिसमें 5,000 लोगों की मेजबानी के लिए प्रबंध किया गया है। आम लोगों को इस भव्य समारोह को देखने का अवसर मिलेगा। कार्यक्रम में मंडप और यज्ञशाला में शास्त्रीय सांस्कृतिक प्रस्तुति, अनुष्ठान और दैनिक राम कथा प्रवचन शामिल हैं।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने पहले कहा था, ‘ट्रस्ट ने आम लोगों को आमंत्रित करने का फैसला किया है जो पिछले साल प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हो पाए थे। उन्हें अंगद टीला में तीनों दिन के कार्यक्रमों में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।’
ट्रस्ट ने यह भी कहा कि 110 अति विशिष्ट व्यक्तियों (वीआईपी) समेत मेहमानों को निमंत्रण पत्र वितरित किए गए हैं, जिनमें से कई 22 जनवरी, 2024 को मूल प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं हो पाए थे।
उल्लेखनीय है कि 22 जनवरी, 2024 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में अयोध्या मंदिर में नए राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी।