सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल गंदगी फैलाने के लिए न करें: प्रधानमंत्री मोदी
सोशल मीडिया पर लोगों द्वारा मर्यादा की सीमा पार करने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में हम सभी का कर्तव्य है कि वे इस आइटी प्लेटफार्म पर गंदगी न फैलाने का संकल्प लें।
वाराणसी में भाजपा के विभिन्न विभागों के कार्यकर्ताओं के साथ ऐप के माध्यम से चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा ‘‘सोशल मीडिया पर कभी-कभी लोग मर्यादाएं भूल जाते हैं। किसी भी झूठी बात को सुना और उसे शेयर कर देते हैं।’’
उन्होंने कहा कि कई बार तो लोग उसे सुनते भी नहीं हैं। कई लोग ऐसे ऐसे शब्दों का प्रयोग करते हैं जो सभ्य समाज में अस्वीकार्य है या शोभा नहीं देते। प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार महिलाओं के खिलाफ भी ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है।
मोदी के अनुसार “यह किसी राजनीतिक दल की बात नहीं है। यह सवा सौ करोड़ लोगों का विषय है। ऐसे में हम संकल्प लें कि इस सोशल प्लेटफार्म्स का उपयोग कभी भी गंदगी फैलाने के लिये नहीं करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि स्वछता अभियान दिमागी स्वच्छता से भी जुड़ा है।
मोदी के अनुसार मोहल्ले में तू-तू मैं-मैं हर देश में होती होगी, गांवों में होती थी तो किसी को भनक तक नहीं लगती थी। उन्होंने आगे कहा “मैं तो कभी-कभी हैरान हो जाता हूं कि आज दो पड़ोसियों की लड़ाई को भी सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया जाता है और वह नेशनल न्यूज बन जाती है।“
अच्छी एवं सकारात्मक खबरों के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री आगे कहा कि कोशिश होनी चाहिए कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल सकारात्मक चीजों के लिए किया जाए। प्रधानमंत्री मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को याद करते हुए कहा कि उनका कहना था कि देश में सकारात्मक खबरों का माहौल तैयार किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि नकारात्मक खबरों से लोगों में निराशा का भाव उत्पन्न होता है।
मोदी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे बदलते भारत की तस्वीर लोगों को दिखाने के लिये मोबाइल से छोटे-छोटे वीडियो तैयार करें और उसे सोशल मीडिया पर शेयर करें।
प्रधानमंत्री ने स्थानीय लोगों से कहा कि 21 से 23 जनवरी 2019 तक आयोजित होने वाले प्रवासी भारतीय दिवस के दौरान वे वहां आने वाले लोगों को भारतीय संस्कृति का दर्शन कराने की दिशा में कार्य करें।