रक्षा मंत्रालय में भी जासूसी
आरोप है कि वह मंत्रालय से कुछ अहम दस्तावेजों को चुराकर आगे मुहैया कराता था। मामले में अब तक 14 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गिरफ्तार शख्स का नाम वीरेंद्र है, जो उत्तम नगर में रहता है। मामला देश की सुरक्षा से जुड़ता देख आरोपी कर्मी से छह घंटे तक पूछताछ की गई। वीरेंद्र जासूसी कांड के कई आरोपियों के संपर्क में था।
रक्षा मंत्रालय जैसे महत्वपूर्ण विभाग में जासूसी के बाद सरकार सतर्क हो गई है। रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने अधिकारियों को साफ तौर पर कहा कि अगर किसी प्रकार की शिकायत पाई जाती है तो अधिकारी जिम्मेदार होंगे। उसके बाद से मंत्रालय के अधिकारी चैकन्ने हो गए है। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक मंत्रालय की कई फाइलों को लेकर संदेह जताया जा रहा था कि आखिर जानकारी कैसे लीक हुई। अधिकारी के मुताबिक जांच में कई चैकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक पुलिस अब जांच को तेज कर और लोगों से पूछताछ कर सकती है। बताया जा रहा है कि जासूस कई मंत्रालयों में भी सक्रिय हैं।
इससे पहले सोमवार को अपराध शाखा ने छह अन्य लोगों की गिरफ्तारी की थी, जिनमें दो आरोपियों को शास्त्री भवन ले जाकर पूछताछ की गई थी। वहीं, चार आरोपियों ने जांच एजेंसी पर आरोप लगाया है कि हिरासत में पूछताछ के दौरान उनसे सादे कागज पर हस्ताक्षर कराए गए थे।