‘प्रधानमंत्री जी आपने हमारा सर शर्म से झुका दिया’
दिल्ली में डॉ. तोगड़िया ने एक प्रैस कॉन्फ्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि जिन गोरक्षकों की बदौलत आप चुनाव जीते, उन्हीं का अपमान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गोरक्षकों का इतना अपमान तो अंग्रेजों के समय में भी नहीं हुआ। चेतावनी देते हुए डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री अपना भाषण वापिस लें और अपनी राय-शुमारी भी वापिस लें। अन्यथा भारत का गोरक्षक बेहद निराश हो जाएगा।’ उन्होंने कहा कि दलितों के संदर्भ में मात्र एक घटना के कारण प्रधानमंत्री ने समस्त गोरक्षकों को नकार दिया है। इस संदर्भ में पूरे देश से विश्व हिंदू परिषद को न केवल फोन आ रहे हैं बल्कि लोग यह पूछ रहे हैं कि डॉ. प्रवीण तोगड़िया आप कहां हैं? डॉ. तोगड़िया ने कहा कि कम से कम ऐसा बोलने से पहले प्रधानमंत्री एक दफा गोरक्षकों से बात तो करते।
गोरक्षा के मामले में बेहद आक्रोश में डॉ. तोगड़िया ने कहा कि प्रधानमंत्री पाकिस्तान से बात कर सकते हैं,अलगाववादियों से बात कर सकते हैं तो गोरक्षकों से क्यों नहीं ? बिना उनसे बात किए बिना उन्हें फर्जी कैसे बताया जा सकता है। डॉ. तोगड़िया ने उस बयान की भी कड़े शब्दों में निंदा की जिसमें कहा गया कि गोरक्षकों का डोजियर (व्यक्तिगत जानकारी) बनाने के लिए कहा गया है। डॉ. तोगड़िया ने कहा कि डोजियर तो अपराधियों या आतंकियों का बनाया जाता है।
विश्व हिंदू परिषद के सुझाव
केंद्र सरकार गोहत्या, गोतस्करी प्रतिबंध कानून बनाएं और पारित कराएं।
इस संबंध में केंद्रीय कानून कब बनेगा प्रधानमंत्री इसकी समय सीमा तय करें।
जब तक केंद्र सरकार ऐसा कानून पारित नहीं करती, तब तक केंद्र सरकार तुरंत गोरक्षा हेल्प लाइन नंबर घोषित करे।
पीएमओ स्वंय यह गोरक्षा हेल्प लाइन और इससे जुड़ी कार्यवाई चलाए। अगर इसपर कार्यवाई नहीं होती है तो गोरक्षक प्रधानमंत्री के ट्विटर हैंडल पर इसकी जानकारी दें।
एक राज्य से दूसरे राज्य में और अनेकों राज्यों से बांग्ला देश गो तस्करी की जाती है। प्रधानमंत्री स्वयं इस तस्करी को रोकें।