जाफराबाद के निकट सीएए विरोधी और समर्थकों में झड़पें, दो घायल, पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे
शाहीन बाग जैसे महिलाओं के प्रदर्शन स्थल जाफराबाद के नजदीकी क्षेत्र मौजपुर में आज सीएए समर्थक और विरोधी प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं और पथराव किया गया। पुलिस को माहौल बिगड़ने से रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े। झड़पों में दो लोगों के घायल होने की खबर है। पूरे क्षेत्र में माहौल तनावपूर्ण हो गया है।
इस तरह शुरू हुई झड़प
क्षेत्र में तनाव उस समय होने लगा जब कुछ लोगों ने सीएए के समर्थन में रैली निकाली और इसका विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने उन पर पथराव किया। इसके बाद दोनों ओर से पथराव हो पर पुलिस हरकत में आई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। इन झड़पों में दो लोगों के घायल होने की खबर है।
जाफराबाद में महिलाओं का प्रदर्शन
मौजपुर जाफराबाद के निकट ही है जहां शनिवार की रात को सीएए विरोधियों ने बैरीकैडिंग लगाकर रास्ता रोक दिया। उन्होंने चंद्रशेखर आजाद के बंद के आह्वान पर रास्ता जाम किया है। वहां पर बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय की महिलाएं आधी रात को जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे से गुजरने वाली सड़क पर बैठ गईं और सीएए-एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं। कहा जा रहा है कि प्रदर्शनकारी रविवार को जाफराबाद रोड से राजघाट तक पैदल मार्च निकालेंगे। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने मार्च के लिए अनुमति देने से इनकार कर दिया है।
खदेड़ने के बाद फिर से डट गई महिलाएं
प्रदर्शनकारी महिलाएं जाफराबाद मेट्रो स्टेशन परिसर में जमी हुई हैं। जाफराबाद मुख्य सड़क पर उतर आईं महिलाओं ने नारेबाजी करते हुए एक तरफ से रास्ते को बंद कर दिया। उत्तर पूर्वी जिले के पुलिस उपायुक्त वेद प्रकाश सूर्या मौके पर हैं। सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने प्रदर्शन कर रही महिलाओं और लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन जब वह तैयार नहीं हुए तो पुलिस व अर्द्धसैनिक बलों ने महिलाओं को खदेड़ दिया। हालांकि खदेड़ने के बाद वापस सड़क पर आकर डट गईं। देर रात तक जाफराबाद में अफरा-तफरी का माहौल रहा। पुलिस अधिकारी ड्रोन उड़ाकर हालात का जायजा ले रहे थे। बुशरा नामक महिला ने कहा कि सीएए को वापस लिए जाने तक प्रदर्शनकारी यहां से नहीं हटेंगे। सामाजिक कार्यकर्ता फहीम बेग ने कहा कि लोग इस मामले पर सरकार के रुख से नाराज हैं।