पंजाब: ड्रग्स कारोबार के आरोप में अकाली नेता विक्रम मजीठिया पर एफआईआर, हुए फरार, लुक आउट नोटिस जारी
ड्रग्स कारोबारियों को सरंक्षण के आरोप में पंजाब के पूर्व मंत्री वरिष्ठ अकाली नेता विक्रम सिंह मजीठिया पर पंजाब पुलिस ने एफआईअार दर्ज की है। सोमवार देर रात मोहली के पुलिस थाने में एनडीपीएस एक्ट तहत एफआईआर दर्ज होने से बाद से मजीठिया गायब हैं। मजीठिया की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की दबिश जारी है। गिरफ्तारी न होने पर पंजाब पुलिस ने मजीठिया के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी कर दिया है। पुलिस द्वारा आशंका जताई जा रही है कि सोमवार को एफआईआर दर्ज होने के बाद देर रात से ही मजीठिया पंजाब फरार है। मजीठिया के मोाबाइल फोन की लोकेशन के आधार मंगलवार को पुलिस ने मजीठिया के चंडीगढ़ स्थित सरकारी अावास पर दबिश की लेकिन वहां से मजीठिया का मोबाइल फोन बरामद हुआ पर मजीठिया को अभी तक पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। इस बीच पंजाब के गृह मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि कोई कितनी ही पहुंच वाला हो ड्रग्स मामले में बक्शा नहीं जाएगा।
मजीठिया पर एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज कार्रवाई में पंजाब पुलिस ने ड्रग्स कारोबार की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हरप्रीत सिंह सिद्धू की अगुवाई में गठित स्पेशल टास्क फोर्स(एसटीएफ)द्वारा 2018 में सौंपी गई जांच रिपोर्ट को आधार बनाते हुए 49 पन्नों की एफआईआर में पुलिस ने मजीठिया पर विदेशों से लेकर पंजाब में ड्रग्स कारोबार के आरोपियों सतप्रीत सत्ता,मनिंदर सिंह बिट्टू ओलख,परमिंदर सिंह पिंडी और जगजीत सिंह चहल को संरक्षण का आरोप हैं। गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ के दौरान मजीठिया पर मंत्री रहते ड्रग तस्करों की मदद करने, चुनाव में फंड लेने और रेत माइनिंग के आरोप लगाए। एसटीएफ ने इन आरोपों की आगे जांच की सिफारिश की। इस सिफारिश पर पंजाब के एडवोकेट जनरल डीएस पटवालिया की राय के बाद कार्यकारी पुलिस महानिदेशक सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय के आदेश पर मोहाली के क्राइम ब्रांच के थाने में मजीठिया के खिलाफ एफआईआर में एनडीपीएस एक्ट की धारा 25, 27 A और 29 लगाई गई।
ड्रग्स कारोबार मामले में गिरफ्तार अर्जुन अवार्डी कुश्ती पहलवान पंजाब पुलिस के बर्खास्त डीएसपी जगदीश भोला ने पुलिस को बताया था कि कनाडा से ड्रग्स का कारोबार संचालित करने वाला परमिंदर सिंह पिंडी और सतप्रीत सत्ता कनाडा से बिक्रम मजीठिया की शादी में शामिल होने मोहाली के एक रिजार्ट में आए थे। गिरफ्तार जगजीत चहल के अनुसार, सतप्रीत सत्ता जब भी कनाडा से भारत आता, वह बिक्रम मजीठिया की अमृतसर में ग्रीन एवेन्यू स्थित कोठी नंबर-43 में रहता। मजीठिया ने सतप्रीत सत्ता को एक गनमैन, ड्राइवर और कार उपलब्ध करवाई। सतप्रीत सत्ता चंडीगढ़ के सेक्टर-39 स्थित मजीठिया को बतौर केबिनेट मंत्री मिले सरकारी आवास पर भी ठहरता था।
ड्रग्स मामले की जांच में जालंधर स्थित ईडी कार्यालय ने मनिंदर सिंह औलख उर्फ बिट्टू औलख के बयान भी दर्ज किए। बिट्टू औलख ने कहा कि सतप्रीत सत्ता से उसकी पहचान मजीठिया ने ही करवाई थी। उसकी सतप्रीत सत्ता से पहली मुलाकात चंडीगढ़ के सेक्टर-36 के एक घर में हुई जिसे मजीठिया ने किराए पर ले रखा था। बिट्टू औलख ने बताया कि मजीठिया सतप्रीत सत्ता को अपना खास दोस्त बताता था।
इस बीच मजीठिया की गिरफ्तारी से अगले साल फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल की सांसद पत्नी पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर के भाई विक्रम मजीठिया की गिरफ्तारी पर सूबे की सियासत भी गर्मा गई है। कांग्रेस इसे जहां ड्रग्स कारोबार पर बड़ी कार्रवाई बता रही है वहीं पूर्व मुख्यमंत्री एंव शिअद के वयोवृद्ध नेता प्र्रकाश िसंह बादल बदले की भावना से प्रेरित राजनीति बता रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा है कि बगैर ठाेस सबूत के की गई यह कार्रवाई पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने इसे पंजाब से ड्रग्स कारोबार के खात्मे की दिशा में पहला कदम बताया है। शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल का कहना है कि वे चन्न्नी सरकार की शिअद नेताओं के प्रति बदले की भावना से की जाने वाली हर कार्रवाई का डट कर सामना करने को तैयार हैं।