राफेल समझौते को वायुसेना प्रमुख का समर्थन, विमान को बताया उपमहाद्वीप के लिए गेम चेंजर
वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ ने फ्रांस के साथ हुए राफेल और रुस के साथ होने वाली एस-400 वायु सुरक्षा प्रणाली समझौते को देश की सुरक्षा के लिए बूस्टर डोज के समान बताया। वायु सेना प्रमुख ने राफेल को बहुत अच्छा लड़ाकू विमान करार दिया और कहा कि जब यह इस उपमहाद्वीप में आएगा तो गेमचेंजर होगा
Both Rafale and S-400 air defence missile system deals are like a booster dose: Air Chief Marshal BS Dhanoa at a press briefing in Delhi (file pic) pic.twitter.com/PBdgYGhB8V
— ANI (@ANI) October 3, 2018
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबकि एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करत हुए एयर चीफ मार्शल ने कहा फ्रेंच कंपनी दसॉ को ही ऑफसेट क्लॉज के तहत साझेदार का चयन करना था और इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं थी। जहां तक हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स की बात है तो टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और इसके उत्पादन में उसे शामिल किया गया था। इसके साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि एचएएल के साथ सुखोई के निर्माण में हम पहले से ही तीन साल पीछे चल रहे हैं। जगुआर में 6 साल की देरी हुई है। साथ ही एलएसी और मिराज में 5 और 2 साल की देरी हो रही है।
क्या है राफेल विवाद?
भारत सरकार नें फ्रांस की सरकार के साथ लड़ाकू विमान खरीदने का समझौता किया है जिसके तहत फ्रांस की कंपनी दंसौ भारत में अनिल अंबानी की कंपनी के साथ मिलकर राफेल विमान भारतीय वायुसेना को देगी। कांग्रेस का आरोप है कि राफेल विमान को मोदी सरकार पहले हुए समझौते से बहुत ज्यादा कीमत पर खरीद रही है और एचएएल को हटाकर अनिल अंबानी को डील में शामिल किया जाने को भी कांग्रेस घोटाले का नाम दे रही है। इसके लिए कांग्रेस ने संयुक्त संसदीय समिति गठित करने की मांग भी की है।
क्या है एस-400 वायु सुरक्षा प्रणाली और क्यों हैं खबरों में?
एस-400 एक ऐसा एयर डिफेंस सिस्टम है जो मिसाइल हमलों को हवा में ही रोकने के लिए बना है। इसे दुनिया का सबसे बेहतरीन एयर डिफेंस सिस्टम माना जाता है। अमेरिका भारत पर इसे ना खरीदने का दवाब बना रहा है लेकिन भारत ने इसे खरीदने का फैसला कर लिया है और उम्मीद है कि आने वाले दिनों में रूसी राष्ट्रपति पुतिन की यात्रा के समय ही इस समझौते को अंतिम सहमति दे दी जाएगी। रूस की समाचार एजेंसी की मानी जाए तो नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सुरक्षा से संबंधित कैबिनेट कमेटी ने रूस से 5 अरब डॉलर से ज्यादा के पांच एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की ख़रीद को मंजूरी दे दी है।