पंचतत्व में विलीन हुए रावत, देश ने नम आंखों से दी विदाई
तमिलनाडु हेलिकॉप्टर क्रैश में जान गंवाने वाले सहित सभी 13 लोगों को आज अंतिम विदाई दी गई है। जनरल रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर को बरार स्क्वायर श्मशान घाट में उनकी बेटियों कृतिका और तारिणी ने रुढ़ियों को तोड़ते हुए मुखाग्नि दी। उनके अंतिम संस्कार के दौरान यहां 800 जवान मौजूद रहे और उन्हें 17 तोपों की सलामी भी दी गई।
इस दौरान जनरल बिपिन रावत के छोटे भाई का परिवार, मधुलिका रावत की फैमिली के लोग भी मौजूद रहे। इसके अलावा बड़ी संख्या में सैनिकों के परिवार, राजनीतिक हस्तियां, कई देशों के सेनाध्यक्ष और राजनियक भी मौजूद थे।
जनरल बिपिन रावत कितने दिग्गज सैन्य अधिकारी थे, इसका अनुमान इस बात से ही लगाया जा सकता है कि इजरायल, अमेरिका, फ्रांस और रूस सहित कई देशों ने उनकी मौत पर शोक व्यक्त किया। यही नहीं उनके निधन को उन्होंने अपने करीबी मित्र को खोने जैसा बताया था।
इससे पहले जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर शुक्रवार को बेस हॉस्पिटल से उनके आवास लाया गया था। यहां सीजेआई एनवी रमन्ना, तीनों सेनाओं के प्रमुख, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई दिग्गजों ने उन्हें श्रद्धांजली दी। इस दौरान सीडीएस बिपिन रावत और मधुलिका रावत की बेटियों कृतिका और तारिनी ने भी अपने मां और पिता जी को श्रद्धांजलि दी।
बता दें कि पार्थिव शरीरों को भारतीय वायुसेना के सी-130 जे विमान से सुलूर एयरबेस से कल दिल्ली लाया गया। श्रद्धांजलि कार्यक्रम के बाद पार्थिव शरीरों को धौलाकुआं स्थित सेना के अस्पताल ले जाया गया। गौरतलब है कि एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल रावत, उनकी पत्नी और ब्रिगेडियर लिद्दर के अलावा, एमआई-17 वी5 हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सशस्त्र बल के 10 जवानों की मृत्यु हो गई थी। हादसे में मारे गए अन्य कर्मियों में लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, विंग कमांडर पी एस चौहान, स्क्वाड्रन लीडर के सिंह, जेडब्ल्यूओ दास, जेडब्ल्यूओ प्रदीप ए, हवलदार सतपाल, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार और लांस नायक साई तेजा शामिल हैं। इस घटना में एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का बेंगलुरु के एक सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है।