27 February 2015
कॉरपोरेट जासूसी में रिलायंस के प्रेसिंडेट से पूछताछ
ख़बर के मुताबिक़ पुलिस जल्द ही अडवाल से फिर पूछताछ करने वाली है। अडवाल को पुलिस 2002 में भी गिरफ्तार कर चुकी है। तब वह आरआइएल में जनरल मैनेजर (कॉरपोरेट अफेयर्स) थे। उनके साथ समूह के वाइस प्रेसिडेंट एएन सेथुरमन को भी गिरफ्तार किया गया था। यह मामला अब भी न्यायालय में है।
पुलिस का कहना है कि विभिन्न मंत्रालयों से दस्तावेज उड़ाने में कई ऊर्जा कंपनियों के उच्च अधिकारियों की भी मिली भगत रही है।
कॉरपोरेट जासूसी मामले में अब तक सारी पूछताछ और घेरेबंदी संबंधित कंपनियों के कर्मचारियों से ही हो रही है। जैसे इन कंपनियों के मालिकों को इस बात की भनक ही नहीं हो। क्या सचमुच उन्हें मालूम नहीं होता होगा कि उनका व्यापार कैसे आगे बढ़ रहा है और उनकी कंपनियां किस तरह के हथकंडे अपना काम निकाल रही हैं?