यूपी में शाह-राहुल के दौरे से सियासी गर्मी
उत्तर प्रदेश में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के दौरे से सियासी गर्मी है। दोनों दलों ने लोकसभा चुनाव को देखते हुए तैयारी शुरू कर दी है। दोनों दल केंद्र की कुर्सी के लिए देश के सबसे बड़े सूबे में कब्जे की कोशिश में हैं। अमित शाह के दो दिवसीय दौरे में सरकार और संगठन की रणनीति तय होगी। वहीं, राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी में कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे और किसानों से मिलेंगे। इसके अलावा उनकी कुछ पूर्व प्रदेश प्रवक्ताओं से भी मुलाकात होगी।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के दो दिनी यूपी दौरे में अगले साल होने वाला लोकसभा चुनाव फतह करने की रणनीति को अंतिम रूप देने की भी संभावना है। उनके इस दौरे में पार्टी के दो राष्ट्रीय महासचिव भूपेन्द्र यादव और अरुण सिंह भी साथ होंगे। भूपेन्द्र को प्रदेश भाजपा के संभावित प्रदेश प्रभारी के रूप में भी देखा जा रहा है। भाजपा का प्रदेश संगठन पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के चार जुलाई को मीरजापुर, वाराणसी और पांच जुलाई के आगरा दौरे को लेकर तैयारियों में जुटा है। शाह चार जुलाई को मीरजापुर में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय, प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल और क्षेत्रीय प्रभारी का दायित्व संभाल रहे प्रदेश पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। बैठक में प्रदेश सरकार के मंत्रियों के भी शामिल होने की संभावना है।
संगठन की भावी भूमिका की दृष्टि से इस बैठक को अहम माना जा रहा है। मीरजापुर में बैठक करने के बाद शाह वाराणसी जाएंगे, जहां पार्टी के आईटी सेल के वालंटियर्स की बैठक को संबोधित करेंगे। यह बैठक वाराणसी के दीन दयाल ट्रेड सेंटर में होगी। इसी तरह पांच जुलाई को आगरा प्रवास के दौरान भाजपा अध्यक्ष ब्रज, पश्चिम और कानपुर के क्षेत्रीय संगठनों के साथ लोकसभा समन्वय समिति, प्रबुद्ध जन सम्मेलन और आईटी सेल के साथ बैठक करेंगे। यह बैठक आगरा के उत्कर्ष पैलेस में होगी। माना जा रहा है कि शाह दोनों बैठकों में सांसदों के कामकाज की भी समीक्षा करेंगे। साथ ही केन्द्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुंचाने में सांसदों के योगदान पर भी चर्चा करेंगे।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी में जहां जनसंपर्क करेंगे, वहीं संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों से भी मुलाकात कर भावी रणनीतित पर चर्चा करेंगे। प्रदेश प्रवक्ताओं के लिए हाल ही में हुए परीक्षा में शामिल कुछ नेताओं को उन्होंने मिलने के लिए भी बुलाया है।