शशि थरूर की अगुवाई में संसदीय समिति FB प्रतिनिधियों को आज सुनेगी, BJP नेता के विवादास्पद भाषण पर 'हेट-स्पीच नियम' लागू न करने का आरोप
फेसबुक मुद्दे पर जारी सियासी घमासान के बीच संसद की एक समिति बुधवार को बैठक करेगी। इस बैठक में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक के कथित दुरुपयोग को लेकर चर्चा होगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में सूचना प्रौद्योगिकी पर संसदीय स्थाई समिति ने फेसबुक के प्रतिनिधियों को तलब किया है।
इसमें महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष जोर देने के अलावा नागरिक अधिकारों, ऑनलाइन मीडिया प्लेटफार्मों के दुरुपयोग की रोकथाम के विषय पर चर्चा की जाएगी और प्रतिनिधियों के विचार सुने जाएंगे। इसी मुद्दे पर समिति ने इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के प्रतिनिधियों को भी बुलाया है।
पहले समिति की बैठक मंगलवार को होनी थी, लेकिन पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन की वजह से इसे टाल दिया गया था।
शशि थरूर ने कहा है कि पैनल वॉल स्ट्रीट जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट को लेकर फेसबुक का पक्ष सुनना चाहेगा। इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने भारत में भारतीय जनता पार्टी के राजनेताओं के लिए अपने नफरत भरे भाषण के जुड़े नियमों को लागू करने से इनकार कर दिया था, जिसे लेकर पैनल के भाजपा सदस्यों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी।
हालांकि, सूत्रों ने दावा किया है कि पैनल के सदस्यों को जम्मू-कश्मीर में इंटरनेट सेवाओं के निलंबन पर चर्चा करने का इरादा था।
वहीं, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस नेता अपनी और अपनी पार्टी के राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए इस प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे है। यहां तक की पैनल के अध्यक्ष के रूप में उन्हें हटाने की भी मांग कर रहे हैं।
इससे इतर सूचना मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मंगलवार को मार्क जुकरबर्ग को लिखा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के कर्मचारियों ने राजनीतिक चुनावों में जो लगातार चुनाव हार रहे थे, उन लोगों का समर्थन दे रहे थे और प्रधान मंत्री और वरिष्ठ कैबिनेट मंत्रियों को "गाली" दे रहे थे।