पिता चला रहे थे किसान आंदोलन, बेटी कर रही थी यूपीएससी के लिए जी तोड़ मेहनत...
भारतीय संघ लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा के परिणाम आ गए हैं। साथ ही आ गई कामयाबी की कई कहानियां। सफलता की एक ऐसी ही कहानी है तपस्या परिहार की।
मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले की तपस्या परिहार ने देश में 23वीं रैंक पर कब्जा किया है। मध्यप्रदेश से चयनित कैंडिडेट की सूची में तपस्या ने टॉप किया है।
बता दें कि तपस्या के पिता विश्वास परिहार मूल रूप से किसान हैं। तपस्या को कामयाबी मिलने के बाद सोशल मीडिया पर चर्चाएं हैं कि उनके पिता किसानों को उचित दाम दिलाने की लड़ाई लड़ रहे थे और तपस्या यूपीएसी के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहीं थी।
नागरिक अधिकार कार्यकर्ता डॉ. आनंद राय ने ट्वीट किया है, “पिता गाडरवारा/नरसिंहपुर में गन्ना किसानों को उचित दाम दिलाने के लिए लड़ रहे थे, और बच्ची तपस्या यूपीएससी के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही थी, आखिर मेहनत सफल हुई, बधाई उम्मीद है कलेक्टर बन किसानों के हित मे नीतियां बनाएगी।”
पिता गाडरवारा/नरसिंहपुर में गन्ना किसानों को उचित दाम दिलाने के लिए लड़ रहे थे,और बच्ची तपस्या #UPSC के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही थी,आखिर मेहनत सफल हुई,बधाई उम्मीद है कलेक्टर बन किसानों के हित मे नीतियाँ बनाएगी @KedarSirohi @VTankha @digvijaya_28 @OfficeOfKN @VIR_VINAYAK pic.twitter.com/tK1VlQOTeK
— Dr.ANAND RAI (@anandrai177) April 27, 2018
जानकारी के मुताबिक तपस्या ने कानून की पढ़ाई पुणे के लॉ कॉलेज से की है। तपस्या के चाचा विनायक परिहार एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं और तपस्या को उनका काफी समर्थन मिला। तपस्या की दादी देवकुंवर परिहार नरसिंहपुर जिला पंचायत की अध्यक्ष रही हैं।
गौरतलब है कि बता दें कि हैदराबाद के अनुदीप ने यूपीएससी मेन्स में टॉप किया है। वहीं, परीक्षा में दूसरा स्थान अनु कुमारी और तीसरी रैंक सचिन गुप्ता ने हासिल की है। 2017 की यूपीएससी फाइनल परीक्षा में कुल 990 अभ्यर्थी कामयाब हुए हैं। इनमें सामान्य वर्ग के 476, अति पिछड़ा वर्ग के 275, अनुसूचित जाति के 165, अनुसूचित जनजाति के 74 उम्मीदवार शामिल हैं।