उरी में आतंकी हमले से 17 जवान शहीद, पीएम ने कहा दोषियाें को नहीं बख्शेंगे
सूत्रों ने बताया कि हमले के समय डोगरा रेजीमेंट के जवान एक तंबू में सोए हुए थे, जिसमें विस्फोट के चलते आग लग गई। आग पास स्थित बैरकों तक भी फैल गई। माना जा रहा है कि हमले को घुसपैठ करके आए आतंकियों के समूह ने अंजाम दिया और वे संभवत: शहर में सलामाबाद नाला के रास्ते घुसे थे।
इस बीच सेना अध्यक्ष दलबीर सिंह सुहाग उरी पहुंच गए। वहीं गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, गृह सचिव राजीव महर्षि, डीजी सीआरपीएफ दुर्गा दास, आईबी चीफ दिनेश्वर शर्मा, रक्षा सचिव जी मोहन कुमार और डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह बैठक में मौजूद रहे। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर कश्मीर पहुंच गए हैं। 17 सालों में सबसे बड़े इस हमले में 20 से ज्यादा जवान घायल हुए हैं।
इसके पहले 10-11 सितंबर को पुंछ में अल्लाहपीर इलाके में सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस दौरान एक पुलिस कांस्टेबल शहीद हो गए, जबकि एक सब इंस्पेक्टर और एक नागरिक घायल हुए हैं। पुंछ के अलावा नौगाम सेक्टर में भी मुठभेड़ हुई, जिसमें घुसपैठ की कोशिश कर रहे 7 आतंकियों को सेना ने मार गिराया। उनके पास से हथियार भी बरामद किए गए थे।
वरिष्ठ अधिकारी ने बताया पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या इन आतंकवादियों ने पाकिस्तान सीमा की ओर से भारतीय सीमा में घुसपैठ की या फिर यह हमला यहीं पर संचालित किसी आतंकवादी संगठन का है।
आठ जुलाई को सुरक्षाबलों द्वारा एक मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को ढेर किए जाने के बाद से पिछले करीब दो माह से कश्मीर घाटी में अशांति बनी हुई है। इस दौरान सुरक्षाबलों और नागरिकों के बीच हुए संघर्ष में अब तक करीब 80 लोगों की मौत हो चुकी है।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू एवं कश्मीर में मौजूदा अशांत स्थिति के मद्देनजर रविवार को अपना अमेरिका और रूस का दौरा स्थगित कर दिया। उन्होंने उरी में आतंकवादी हमले के बाद अधिकारियों से राज्य में स्थिति पर करीबी नजर बनाए रखने के निर्देश दिए। राजनाथ ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, 'मैंने उरी में आतंकवादी हमले के मद्देनजर जम्मू एवं कश्मीर की मौजूदा स्थिति को देखते हुए अपना रूस और अमेरिका दौरा स्थगित कर दिया है।
उन्होंने कहा कि मैंने उरी में आतंकवादी हमले के संबंध में जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात की। उन्होंने मुझे राज्य में सुरक्षा स्थिति से अवगत कराया। मैंने केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि और केंद्रीय गृह मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को स्थिति पर करीब से नजर बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।