"इंडिया फॉर सेल का बोर्ड देश में लग चुका, सरकार को देनी होगी वोट की चोट... खेती बिकने के कगार पर"- महापंचायत में टिकैत
केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के जीआईसी मैदान में आज रविवार 5 सिंतबर को किसान महापंचायत जारी है। देशभर से सैकड़ों किसानों का सैलाब इसमें हिस्सा लेने पहुंचा है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए एक तरफ केंद्र पर निशाना साधते हुए फिर से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की है। वहीं, उन्होंने मोदी सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि देश बिकने की कगार पर है। "सेल फॉल इंडिया"। इस दौरान उन्होंने कहा, "ये महापंचायत पूरे देश में होगा। हमें देश बिकने से बचाना है। हमारी मांग रहेगी कि देश, किसान, व्यापार और युवा बचे।" गौरतलब है कि इस आंदोलन में देशभर से हजारों किसान पहुंचे हुए हैं।
राकेश टिकैत ने मंच से कहा है कि केंद्र ने देश की जनता के साथ धोखा किया है। क्या उन्होंने अपने मेनिफेस्टो में ये बातें कही थी कि वो बिजली-पानी-सड़क-रेल बेच देंगे। ये देश की संपत्ति है। इसे निजी हाथों में देने वाली सरकार कौन होती है।
वहीं, केंद्र के साथ कानूनों पर वार्ता को लेकर टिकैत ने कहा है, "जब केंद्र सरकार हमें बातचीत के लिए आमंत्रित करेगी, हम जाएंगे। जब तक सरकार हमारी मांगें पूरी नहीं करती तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा। आजादी का संघर्ष 90 साल तक चला था, ऐसे में मुझे नहीं पता कि यह आंदोलन कब तक चलेगा।"
राकेश टिकैत का कहना है कि जब तक सरकार तीनों कानून को वापस नहीं लेगी, तब तक आंदोलन चलता रहेगा। मोदी-योगी की सरकार झूठी है। किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई। खेती बिकने के कगार पर है।
किसान मंच की तरफ से एलान किया गया है कि आगामी 10 और 11 सितंबर को लखनऊ में तमाम किसान संगठन के पदाधिकारियों की एक अहम बैठक होगी, जिसमें प्रदेश स्तर और जिला स्तर पर संयुक्त मोर्चा बनाए जाने पर मुहर लगाई जाएगी। इलके अलावा संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से ऐलान कर दिया गया है कि तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन के तहत 27 सितंबर को भारत बंद किया जाएगा।