पश्चिम बंगाल: सभा कर बुरे फंसे मिथुन चक्रवर्ती, अब इन पर होगी कार्रवाई
पश्चिम बंगाल चुनाव में कोरोना काल के बीच टीएमसी के नेताओं ने एक बार फिर भाजपा नेताओं पर आरोप लगाए हैं। टीएमसी ने शनिवार को दावा किया कि भाजपा नेता दिलीप घोष और अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने जनसभा में कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है। उनकी रैलियों में 500 से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। उन्होंने इस मामले में चुनाव आयोग के पास शिकायत दर्ज की है।
वरिष्ठ टीएमसी नेता सौगत रॉय ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य के भाजपा अध्यक्ष घोष और अभिनेता-राजनीतिज्ञ चक्रवर्ती ने दक्षिण दिनाजपुर और मालदा जिलों में सार्वजनिक बैठकें कीं जिसमें कोविड-19 के बीच चुनाव आयोग द्वारा दिए गए निर्देशों का उल्लंघन किया गया।
उन्होंने कहा कि हमने दोनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्हें अंतिम चरण के चुनावों के लिए सार्वजनिक सभा करने से रोक दिया जाना चाहिए। हालांकि रॉय ने , इस तथ्य को खारिज कर दिया कि पोल पैनल ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा चुनाव आयोग भाजपा के इशारे पर काम कर रहा है। शुक्रवार और आज सुबह टीएमसी द्वारा दर्ज की गई शिकायतों के बावजूद, दोनों भाजपा नेताओं के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
उन्होंने यह भी बताया किया कि टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी और पार्टी नेता अभिषेक बनर्जी ने आम लोगों के हित को ध्यान में रखते हुए सार्वजनिक बैठकें रोक दी हैं।
टीएमसी सांसद ने आगे आरोप लगाया कि बंगाल में लंबे समय तक चुनावी कार्यक्रम ने राज्य में कोविड -19 के प्रसार को बढ़ाने में जिम्मेदार हैं। इसके साथ ही रॉय ने केंद्र पर पश्चिम बंगाल में टीके, ऑक्सीजन और आवश्यक दवा रेमेडीसिविर की कमी के लिए पर्याप्त सप्लाई की कमी का आरोप लगाया है।
इस मामले को लेकर मालदा जिले में राजनीतिक तेज हो गई है। प्रभात खबरों के अनुसार इन आरोपो का विरोध कर भाजपा जिलाध्यक्ष गोविंद चंद्र मंजल ने कहा कि हमने 400 कार्यकर्ताओं को चुनावी रैली में उपस्थित होने की व्यवस्था की थी। लोग मिथुन को लोकप्रिय अभिनेता के रूप में देखते हैं। इसलिए इसे संभालना मुश्किल हो रहा है। हमने कोरोना नियमों को नहीं तोड़ा है। यह पुलिस और प्रशासन का काम है।