कौन है कुंवर बाई, जिन्हें पीएम मोदी ने विश्व महिला दिवस के मौके पर किया याद
आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुंवर बाई को श्रद्धांजलि दी। स्वच्छ भारत अभियान के लिए किए गए काम को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी तारीफ भी की। छत्तीसगढ़ की रहने वाली कुंवर बाई का हाल ही में निधन हो गया था।
प्रधानमंत्री ने उन्हें याद करते हुए ट्वीट किया, “मैं हमेशा उस पल को याद करता रहूंगा, जब मुझे छत्तीसगढ़ दौरे में कुंवर बाई से आशीर्वाद लेने का अवसर मिला। वे हमारे दिलों में जिंदा हैं। वे हमेशा गांधीजी के स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने में जुटी रहीं।"
I will always cherish the time when I had the opportunity to seek Kunwar Bai’s blessings during one of my visits to Chhattisgarh. Kunwar Bai lives on in the hearts and minds of all those who are passionate towards fulfilling Bapu’s dream of a clean India. #SheInspiresMe pic.twitter.com/Gdt5STszgr
— Narendra Modi (@narendramodi) March 8, 2018
मोदी ने लिखा कि कुंवर बाई का 106 साल की उम्र में निधन हो गया था। पूरा छत्तीसगढ़ आपका सम्मान करता है। उन्होंने शौचालय बनवाने के लिए अपनी बकरियां बेच दीं। स्वच्छ भारत के लिए उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उनके काम से मुझे काफी प्रेरणा मिली।
#SheInspiresMe- Kunwar Bai, who died earlier this year at the age of 106. Hailing from Chhattisgarh, she sold her goats in order to build toilets. Her contribution towards a Swachh Bharat can never be forgotten. I am deeply inspired by her noble gesture. pic.twitter.com/eANQz01ZYE
— Narendra Modi (@narendramodi) March 8, 2018
छत्तीसगढ़ की रहने वाली कुंवर बाई ने अपनी बकरियां बेच दी थीं जो उनके जीविका का एकमात्र जरिया था। उन्होंने बकरियों को अपने गांव में शौचालय बनवाने के लिए बेच दिया था। कुंवर बाई के गांव का यह पहला शौचालय 15 दिनों में बन गया था और इसकी कीमत 22,000 रुपए थी।
कुंवर बाई की कोशिश का असर उनके गांव में देखने को मिला। धमतरी जिले के अंतर्गत आने वाले कोटाभर्री गांव के बरारी ग्राम पंचायत में अब तक कई शौचालय बन चुके हैं और उनका गांव खुले में शौचमुक्त यानि कि ओडीएफ घोषित हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी कुंवर बाई को मां कहकर संबोधित किया था और उनके पैर छुए थे।