मेमन ने राष्ट्रपति को फिर भेजी दया याचिका
नई दिल्ली। याकूब मेमन ने फांसी से बचने के लिए राष्ट्रपति के पास एक बार फिर दया याचिका भेजी है। इससे पहले भेजी गई याचिका राष्ट्रपति ने मई 2014 में खारिज कर दी थी। पिछली बार याकूब के भाई ने राष्ट्रपति से दया की अपील की थी, मगर इस बार उसने खुद मौत की सजा को उम्रकैद में बदलने की गुहार लगाई है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट में याकूब मेमन की उस याचिका पर सुनवाई चल रही है, जिसमें उसने डेथ वॉरन्ट को चुनौती दी है।
तीन जजों की बेंच में भी सुनवाई
मौत की दहलीज पर पहुंच चुके याकूब मेमन ने अब खुद राष्ट्रपति से दया की गुहार लगाई है। डाक और फैक्स के जरिए राष्ट्रपति को दया याचिका भेजी है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट में 3 जजों की बेंच याकूब मेमन के डेथ वॉरन्ट को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई कर रही है। इस याचिका में याकूब ने अपने डेथ वॉरन्ट को अवैध बताते हुए इसे खारिज किए जाने की मांग की है। इससे पहले इस याचिका की सुनवाई कर रहे दो जजों में मतभेद होने के चलते मामले को चीफ जस्टिस के पास रेफर कर दिया गया था। मुंबई बम धमाके के आरोपी याकूब मेमन को गुरूवार 30 जुलाई को फांसी की सजा सुनाई गई है।