जेएनयू में रोज हमारा सामना सैकड़ों साईबाबा से होता है: एबीवीपी
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ :आरएसएस: की छात्रा इकाई एबीवीपी की नेता जान्वी ओझा ने यहां इंडिया टुडे कॉनक्लेव में कहा, जेएनयू में हर रोज हमारा सामना सैकड़ों साईबाबा से होता है।
महाराष्ट्र की एक अदालत ने इस महीने की शुरूआत में प्रोफेसर साईबाबा को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। जान्वी इस कॉनक्लेव में गर्ल अनइंटरप्टेड : लेफ्ट, राइट या माई राइट विषय पर बोल रही थी। इस कार्यक्रम में जेएनयू छात्रा संघ की पूर्व पदाधिकारी शहला राशिद ने भी शिरकत की।
जान्वी ने कहा, छात्र संघ के चुनाव मेरे लिए सशक्त करने वाले रहे हैं और एक रूख तय करने के बाद मुझे यह अहसास हुआ। मुझे ग्रामीण क्षेत्र के नक्सलियों और शहरी क्षेत्र के नक्सलियों में कोई फर्क नजर नहीं आता। जेएनयू में रोज हमारा सामना सैकड़ों साईबाबा से होता है।
राशिद ने कहा कि कोई विचार रखने वाली महिलाओं को गालियां दी जाती हैं, भले ही उनकी विचारधारा कुछ भी हो। उन्होंने कहा, हमें स्वीकार करना होगा कि हमारा समाज पितृसत्तात्मक, जातिवादी और असमान है। महिलाओं के ऐसे मुद्दे हैं जो किसी विचारधारा से परे हैं। भाषा