बेटी की भव्य शादी, आयकर विभाग की जांच के दायरे में जनार्दन रेड्डी
विभाग के अधिकारियों ने बेल्लारी में रेड्डी और उनके परिवार की स्वामित्व वाली ओबुलापुरम माइनिंग कंपनी और एसोसिएटेड माइनिंग कंपनी के रिकाॅर्ड खंगाले। आयकर विभाग की इस कार्रवाई की पृष्ठभूमि में रेड्डी बेल्लारी पहुंच गए। वह हैदराबाद में थे। बेंगलुरु में आयकर विभाग ने हाई एंड इवेंट मैनेजमेंट कंपनियोंं, कैटरिंग और मल्टी-मीडिया सेवा प्रदाताओं के कम से कम 10 स्थानों पर सर्वे किया, जिनकी सेवाएं कर्नाटक के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता जनार्दन रेड्डी की बेटी की भव्य शादी के लिए ली गई थीं।
अधिकारियों ने कहा कि आयकर अधिकारी यहां सात स्थानों पर और हैदराबाद में तीन स्थानों पर उन इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों के स्थानों पर पहुंचे, जिनके साथ पिछले सप्ताह यहां ब्रामणी की शादी को आलीशान लुक देने के लिए अनुबंध किया गया था। रेड्डी खनन कारोबारी भी हैं।
उन्होंने कहा कि विभाग ने कार्यक्रम के लिए जमकर खर्च किए जाने की रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई शुरू की और खातों, भुगतान रसीद और इन फर्मों के अनुबंध पोर्टफोलियो की जांच कर रही है। इन फर्मों को शादी जैसे विशेष कार्यक्रमों के दौरान अच्छा खासा खर्च करने वाले ग्राहकों के लिए भव्य व्यवस्था करने में विशेषज्ञता हासिल है।
इन फर्मों में विशेष स्विस टेंट, खर्चीला कटलरी, विविध व्यंजन और पाइरोटेक्निक प्रदान करने वाले डीलर हैं जिन्होंने कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की। सर्वे की कार्रवाई के तहत आयकर अधिकारी व्यापारी, आॅपरेटर के व्यापारिक परिसर में जाते हैं और उपलब्ध भंडार का विश्लेषण करते हैं और इसे दर्ज करते हैं जबकि सर्च अभियान के तहत आयकर अधिकारी आवासीय और व्यापारिक परिसर दोनों जगह जाते हैं और नकदी तथा कोई अभियोगात्मक दस्तावेज होता है तो उसे जब्त करते हैं।
उन्होंने कहा कि खाते और अनुबंध पुस्तक की जांच किए जाने के बाद कांटैक्टर और कांटैक्टी को कर चोरी की जांच के संबंध में नोटिस जारी करने की आगे की कार्रवाई की जाती है। जर्नादन रेड्डी की बेटी की शादी हाल में अपनी भव्यता और जमकर खर्च किए जाने को लेकर चर्चा में आई थी। यह शादी एेसे समय में हुई जब अनेक लोग नकदी के संकट का सामना कर रहे हैं और उन्हें अपनी गाढ़ी मेहनत की कमाई को निकालने के लिए बैंकों और एटीएम के बाहर लाइन में लगना पड़ रहा है। भव्य शादी के कार्यक्रमों का आयोजन बेंगलूर के पैलेस ग्राउन्ड में किया गया था। भाषा एजेंसी