बंगाल में राजनीतिक हिंसा में बेघर होते लोग
दूसरे चरण का मतदान खत्म होने के साथ ही बर्दवान के पांडवेश्वर के गांवों में वाममोर्चा के कैडरों-समर्थकों के घरों पर हमले शुरू हो गए हैं। मंगलवार की देर रात बाजारपाड़ा इलाके में वासुदेव घोष नामक एक वामो समर्थक के मकान को आग के हवाले कर दिया गया। इस इलाके के दो और मकानों में आग लगाई गई। सभी के परिजन रातों-रात इलाका छोड़कर भागने को मजबूर हो गए। लाउदोहा- लस्करबाग में दुर्योधन बागदी और अमर रूईदास, मधाईपुर में कालीचरण रुईदास और जयंत रुईदास की जमकर पिटाई की गई और घर से निकाल दिया गया। इन मामलों में एफआईआर दर्ज कराई गई है। मधाईपुर में माकपा कैडरों ने बदले की कार्रवाई करते हुए तृणमूल समर्थक भोलाराम बाउरी के घर तोड़फोड़ की और उनके परिवार को गांव से खदेड़ दिया।
बर्दवान के एसीपी सुब्रत देव के अनुसार, संवेदनशील इलाकों में पुलिस तैनात की गई है। तृणमूल के फरीदपुर ब्लॉक अध्यक्ष सुजीत मुखर्जी का दावा है कि लोगों ने बगैर डर के वोट दिया है। माकपा और कांग्रेस के लोग हमारी पार्टी के समर्थकों को सता रहे हैं।
उत्तर 24 परगना के शिल्पांचल के सोदपुर में माकपा के दो दफ्तरों में तोड़फोड़ की गई। खड़दह विधानसभा इलाके के पानशिला, सुभाषनगर, साधुमोड़, पंचानन तला से कांग्रेस और माकपा समर्थकों को खदेड़े जाने की खबर है। रानीगंज के एगरा में भाजपा के कार्यकर्ताओं पर तृणमूल कांग्रेस के दिवंगत नेता सेनापति मंडल के घर पर हमला करने का आरोप लगाया गया है।
बांकुड़ा के जयपुर थाना इलाके के हरिनाशुली गांव में माकपा समर्थकों को इलाके से निकाल बाहर किया गया। घायल चार महिलाएं अस्पताल में हैं। गांव के पुरुष भागे हुए हैं। चारों महिलाओं- रहिला बीवी, डालिया बीवी, राइसेना बीवी, सादिका बीवी ने पुलिस को बयान दिया है कि मोटरसाइकिल से आए 10 लोगों ने हमसे कहा कि बगैर पूछे वोट क्यों दिया और घरों में आग लगा दी।
इस गांव में आकर कुछ बाहरी लोगों ने एक राजनीतिक दल विशेष को वोट देने का निर्देश दिया था। ऐसा नहीं किए जाने पर हमला किया गया। इसी तरह पश्चिम मेदिनीपुर के दांतन-2 ब्लॉक के गमारीपुर बूथ पर तैनात किए गए माकपा के एजेंट शंकू रथ को पीटा गया। दोयास्ती गांव में आठ आदिवासियों को पीटकर निकाल बाहर किया गया। इसी तरह घाटाल और चंद्रकोना के 12 गांवों से लोगों को भगा दिया गया है।