पीएम मोदी की जान को खतरा, 15 अगस्त को बुलेटप्रूफ कवर से करें संबोधित
इस साल स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान लाल किले में पीएम मोदी के मंच को बुलेटप्रूफ शीशे से ढंकने को कहा गया है। अंग्रेजी अखबार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' की खबर के मुताबिक, एजेंसियों को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री उनकी सलाह को मानेंगे। गौर हो कि पिछली बार प्रधानमंत्री मोदी ने अंतिम क्षणों में बुलेटप्रूफ मंच से भाषण नहीं देने का फैसला किया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह सलाह कश्मीर में जारी तनाव और सीमा पर घुसपैठ के अलावा हाल के दिनों में आईएस की गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। सुरक्षा अधिकारियों को आशंका है आतंकी पीएम के सुरक्षा घेरे को ड्रोन से तोड़ने की कोशिश करेंगे। इसलिए भी ज्यादा सतर्क रहना जरूरी हो गया है।
केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों, एसपीजी और एंटी-टेरर यूनिट्स ने कुछ हफ्ते पहले ही 5 अगस्त को हमलों की आशंका का ऐलान किया था। अलकायदा और आईएसआईएस द्वारा सेना और पुलिस ठिकानों पर हमले की योजना के बारे में जानकारी पहले ही भी साझा की जा चुकी है, इसलिए पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद से ही बुलेटप्रूफ मंच से भाषण देने की प्रथा बन गई थी, लेकिन 2014 में पीएम मोदी ने 15 अगस्त को भाषण देते वक्त यह प्रथा तोड़ दी थी।