आरटीआई से मिला नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग का दुर्लभ वीडियो
पर्वतारोहण के क्षेत्र में सबसे बड़े संस्थान नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग (एनआईएम) काएक दुर्लभ वीडियो आरटीआई के जरिए सामने आया है। 57 साल पुराने 35 सेकंड के इस फुटेज से एनआईएम के शुरुआती दिनों के बारे में पता चलता है।
यह वीडियो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के फिल्म डिवीजन के पास एक ‘न्यूजरील’ के तौर पर था। पहले फिल्म डिवीजन न्यूजरील प्रोड्यूस करता था। ‘न्यूजरील’ एक तरह से टीवी समाचार की तरह था, जो सिनेमा हॉल में इंटरवल के दौरान दिखाया जाता था।
नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग का उद्घाटन 1964 में हुआ था जिसमें तत्कालीन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सुचेता कृपलानी उत्तरकाशी पहुंची थीं। 35 सेकंड के फुटेज में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ ब्रिगेडियर ज्ञान सिंह (एनआईएम के पहले प्रधानाचार्य) और कई प्रतिनिधियों के अलावा स्थानीय लोगों को दिखा गया है जो समारोह में भाग ले रहे थे।
लेकिन इस फुटेज के मिलने की कहानी बेहद नाटकीय और दिलचस्प है। दरअसल यह दुर्लभ वीडियो एनआईएम के पास भी नहीं था। लेकिन आरटीआई के द्वारा देहरादून में रहने वाले खेल प्रेमी और रिसर्चर राजू गुसांई के हाथ यह महत्वपूर्ण चीज आई। इस फुटेज को गलती से तब पाया गया, जब राजू गुसांई ने फिल्म डिवीजन से फुटबॉल पर बने न्यूजरील के बारे में जानकारी मांगी।
गुसांई की आरटीआई पर फिल्म डिवीजन ने 64 पेज का जवाब दिया जिसमें फुटबॉल फिल्मों और समाचार पत्रिका के बारे में अन्य जानकारियां शामिल थी। फुटबॉल फिल्मों के साथ अन्य फिल्मों का विवरण भी आरटीआई की जानकारी में दिए गए थे। राजू को इसमें उत्तरकाशी में पर्वतारोहण संस्थान के बारे में भी जानकारी मिली और इसके बारे में उन्होंने एनआईएम के प्रमुख कर्नल अजय कोठियाल को बताया, वे इस फिल्म आर्काइव के बारे में सुनकर रोमांचित थे।
गुसांई ने फिल्म को खरीदने और एनआईएम को उपहार देने का फैसला किया। जल्द ही एनआईएम के प्रिंसिपल कर्नल अजय कोठियाल को यह आर्काइव फिल्म भेंट की जाएगी।
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