Advertisement
02 June 2016

गुजरात दंगा : गुलबर्ग सोसायटी हत्‍याकांड साजिश नहीं, भाजपा नेता सहित 36 बेगुनाह

google

फरवरी 2002 में गोधरा कांड के बाद उम्र भीड़ ने गुलबर्ग सोसायटी में हत्‍याकांड को अंजाम दिया था। जिसमें कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी सहित 69 लोग मारे गए थे। मेघाणीनगर थाना के इंस्पेक्टर समेत कुल 61 लोग मामले में आरोपी थे। इन आरोपियों में से नौ लोग जेल के अंदर हैं जबकि छह फरार हैंं। वहीं बाकी जमानत पर बाहर हैं। मामले की सुनवाई विशेष अदालत के जज पी बी देसाई ने की। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गठित स्पेशल एसआइटी ने  मामले में 335 गवाह व 3000 दस्तावेज पेश किया था। गौरतलब है कि पीड़ितों की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने केस की जांच एसआईटी को सौंप दी थी। सोसाइटी दंगों में जान गंवाने वाले कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी की पत्नी जाकिया जाफरी ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दी थी, जिसमें गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई लोगों पर आरोप लगाया था। एसआईटी ने 27-28 मार्च 2010 को नरेंद्र मोदी से लंबी पूछताछ की, जिसमें मोदी ने आरोपों को गलत बताया था। मोदी ने एसआईटी को कहा था कि 28 फरवरी को एहसान जाफरी ने उन्हें मदद के लिए फोन नहीं किया था।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: गुजरात दंगा, गुलबर्ग सोसायटी, जाकिया जाफरी, एहसान जाफरी, नरेंद्र मोदी, gujrat riots, jakia jafari, ehsaan jafari, pm modi, gulbarg society
OUTLOOK 02 June, 2016
Advertisement