कालिंदी कुंज मेट्रो हादसे में डिपो के चार अफसर निलंबित
डीएमआरसी ने दीवार तोड़कर डिपो के बाहर निकली स्वचालित मेट्रो ट्रेन हादसे में कालिंदी कुंज रख-रखाव डिपो के चार अफसरों को निलंबित कर दिया है। यह फैसला तीन सदस्यीय जाच टीम की रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है।
डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक डा मंगू सिंह त्यागी ने निलंबन के आदेश दे दिए हैं। निलंबित किए गए अफसरों मे डिपो प्रभारी उप महा प्रबंधक, एक सहायक प्रबंधक, जूनियर इंजीनियर और एस्सिटेंट सेक्शन इंजीनियर शामिल है। जांच के लिए तीन सदस्यीय गठित की गई थी जिसमें कार्यकारी निदेशक स्तर के अफसर शामिल थे।
प्रवक्ता अनुज दयाल के मुताबिक, रिपोर्ट में कहा गया है कि हादसा पूरी तरह मानवीय गलती के कारण हुआ जिसमें प्रक्रिया का ठीक से पालन नहीं किया गया , ब्रेक की अनदेखी गई। ट्रेन चलने के दौरान यह सामान्य नहीं थे। जैसे ही ट्रेन रेंप पर आई तो वह वापस चलने लगी और दीवार तोड़ती हुई बेपटरी हो गई। मंगलवार को यह हादसा कालिंदी कुंज रखरखाव डिपो में हुआ। यह बिजली रहित है जिससे यहां सिग्नल सिस्टम काम नहीं करता। उस दौरान ट्रेन में चालक नहीं था और इसका मेन लाइन से कोई कनेक्शन नहीं था। मेन लाइन पूरी तरह सुरक्षित है।
मालूम हो कि मंगलवार को ट्रायल के दौरान मेट्रो ट्रेन कालिंदी कुंज डिपो की दीवार को तोड़ती हुई लटक गई। गनीमत यह रही कि हादसे में कोई घायल नहीं हुआ। इस हादसे के बाद केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने मैजेंटा लाइन पर परिचालन शुरू करने से पहले डीएमआरसी को दोबारा से नए सिरे से सेफ्टी क्लीयरेंस कराने का निर्देश दिया है।
डीएमआरसी फेज तीन की तहत तैयार हुई दो नई लाइनों में सबसे पहले लाइन मैजेंटा लाइन के नोएडा स्थित बॉटेनिकल गार्डेन से कालकाजी के बीच मेट्रो का परिचालन गत मार्च महीने में ही होना था। तब तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ उसके बाद लाइन को चालू करने के लिए अक्टूबर फिर 25 दिसंबर का दिन मुकर्रर किया गया है जिसका प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन कराया जाना प्रस्तावित है। नए सिरे से सेफ्टी क्लीयरेंस के दौरान मेट्रो लाइन पर निर्धारित समय सीमा में परिचालन, सिग्नल से लेकर स्टेशन पर आवाजाही से लेकर आपातकालीन स्थिति में स्टेशन परिसर से सुरक्षित बाहर निकलने आदि के बारे में देखा जाएगा। सब कुछ ठीक रहा तो तभी मेट्रो रेल सेफ्टी कमिश्नर लाइन चालू करने के लिए हरी झंडी देंगे।