गुजरात से आईएसआईएस के दो आतंकी गिरफ्तार, दोनों सगे भाई
गुजरात एटीएस ने जिन दो युवकों की गिरफ्तार किया है उनके नाम हैं वसीम आरिफ रामोडिया और नईम आरिफ रमोडिया हैं। इनके पिता आरिफ रमोडिया राजकोट के स्थानीय क्रिकेट मैचों में अंपायर के तौर पर काम करते रहे हैं। पिता आरिफ बेटों की गतिविधियों को जानकर टूट चुके हैं। उन्हें भी अपने बेटे की कारिस्तानियों का तब पता चला, जब एटीएस की टीम राजकोट के नेहरु नगर इलाके में उनके बड़े बेटे वसीम को गिरफ्तार करने रविवार तड़के पहुंची। पिता ने भी स्वीकार किया उनके घर से पुलिस न सिर्फ कंप्यूटर बल्कि कुछ हथियार और विस्फोटक भी ले गई है।
गुजरात एटीएस की दूसरी टीम ने ऩईम को भावनगर से गिरफ्तार किया। जल्दी ही दोनों युवक किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने वाले थे।
वसीम और नईम गुजरात एटीएस के रडार पर तब आए, जब एनआईए की टीम ने पिछले साल फरवरी में मुफ्ती अब्दुस समी कासमी को उत्तर प्रदेश के हरदोई से गिरफ्तार किया। मूल तौर पर दिल्ली के सीलमपुर का रहने वाला मुफ्ती अब्दुस दारुल उलूम देवबंद से पढा था और एक मदरसा चलाता था। मुफ्ती देश भर में घुम घुम कर आईएस के समर्थन में मुस्लिम युवकों को जोड़ने की कोशिश कर रहा था, साथ में देश विरोधी गतिविधियों के लिए उकसा भी रहा था।
गुजरात एटीएस ने दोनों भाइयों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के अलावा अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट और एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया है। एटीएस की जांच में ये भी सामने आया है कि वसीम की पत्नी शेहजीन भी अपने पति की गतिविधियों से अवगत थी।
एटीएस की जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि वसीम और नईम तकनीकी तौर पर काफी मजबूत थे। दरअसल वसीम ने जहां एमसीए किया है, वही नईम ने बीसीए। इसलिए दोनों भाईयो को ये पता था कि आईएस से जुड़े अपने हैंडलर से कितनी सावधानी से बात की जाए, ताकि खुफिया एजेंसियों की निगाह में आने से बचा जा सके।