Advertisement
21 March 2017

'देखना है कि बाबरी मामले में आडवाणी-उमा पर षड्यंत्र के आरोप तय होंगे या नहीं'

google

उनका बयान ऐसे समय आया है जब उच्चतम न्यायालय ने कहा कि सभी संबंधित पक्षों को अयोध्या मंदिर का समाधान ढूंढने का फिर से प्रयास करना चाहिए जो संवेदनशील मामला है और भावनाओं से जुड़ा हुआ है।

ओवैसी ने ट्वीट कर कहा,  यह जानने को इच्छुक हूं कि 1992 के बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आडवाणी,  जोशी और उमा भारती के खिलाफ षड्यंत्र के आरोप तय होंगे या नहीं।

हैदराबाद से लोकसभा सदस्य ने उम्मीद जताई कि उच्चतम न्यायालय मानहानि की याचिका पर भी निर्णय करेगा जो 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद से लंबित है।

Advertisement

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, कृपया याद रखिए कि बाबरी मस्जिद मामला मालिकाना हक से जुड़ा हुआ है जिसे इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने गलत तरीके से भागीदारी मामला बताया इसलिए उच्चतम न्यायालय में अपील की गई है।

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने विवादित भूमि को तीन हिस्से में बांटने का फैसला दिया था। एक तिहाई हिस्सा सुन्नी वक्फ बोर्ड के लिए, एक तिहाई निर्मोही अखाड़े के लिए और एक तिहाई राम लला के पक्षकारों के लिए। भाषा

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: बाबरी मस्जिद, ओवैसी, मालिकाना हक, भागीदारी, babari masjid, owaisi, ownership, participation
OUTLOOK 21 March, 2017
Advertisement