रेप पीड़िता ने उबर के खिलाफ दर्ज कराया केस, गैरकानूनी ढंग से मेडिकल रिपोर्ट्स हासिल करने का आरोप
दरअसल, महिला ने कैलीफॉर्निया की संघीय अदालत में मुकदमा दायर किया है। शिकायत में कहा गया है कि साल 2014 में उसके साथ भारत में बलात्कार हुआ और अमेरिका में उबर प्रबंधकों ने उसकी मेडिकल रिपोर्ट गैरकानूनी तरीके से हासिल करके और उसे साझा कर उसके साथ अन्याय किया है।
महिला ने यह केस उबर, ट्रैविस कलानिक, उबर के एशिया के पूर्व बिजनेस वाइस प्रेसिडेंट एरिक एलेक्जेंडर और उस समय कंपनी के सीनियर बिजनेस वाइस प्रेसिडेंट एमिल माइकल के खिलाफ भी किया है। एलेक्जेंडर द्वारा महिला के मेडिकल रिकॉर्ड हासिल करने और इसे कलानिक व माइकल के साथ साझा करने के कुछ दिनों बाद यह मुकदमा दर्ज कराया गया है। मुकदमे में यह भी आरोप लगाया है कि इस कंपनी के कई प्रबंधकों को या तो रिकॉर्ड के बारे में बताया गया या उन्हें दिखाया गया।
गौरतलब है कि उबर का यह मामला सामने आने के बाद कंपनी ने पिछले मंगलवार को अपने एशिया बिजनेस हेड एरिक एलेक्जेंडर को नौकरी से निकाल दिया था।अमेरिका के शहर टेक्सास में रहने वाली इस महिला ने इससे पहले साल 2015 में महिला ने उबर के खिलाफ सुरक्षा मानकों की कमी को लेकर मुकदमा दर्ज कराया था। कुछ महीनों बाद इस मामले को सुलझा लिया गया।
महिला के साथ यह घटना 5 दिसंबर, 2014 को उस समय घटित हुई जब वह रात को अपने ऑफिस गुड़गांव से उबर कैब करके नॉर्थ दिल्ली के इंद्रलोक जा रही थी। पीड़िता के मुताबिक कैब में वह सो गई, कुछ देर बाद उसे लगा कि ड्राइवर उसके साथ छेड़छाड़ कर रहा है। महिला ने बाहर निकलने की कोशिश की, लेकिन कार बंद थी। ड्राइवर शिवकुमार ने उसके साथ मारपीट की और रेप करने के बाद फरार हो गया। घटना के दो दिन बाद 7 दिसंबर को आरोपी को मथुरा से गिरफ्तार कर लिया गया था। इस मामले में कैब ड्राइवर शिवकुमार यादव को उम्रकैद की सजा हुई है।