चिदंबरम का मोदी सरकार पर हमला, कहा- नोटबंदी के कारण आई विकास दर में गिरावट
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा कि मैंने कहा था नोटबंदी से देश की विकास दर 1 से 1.5 फीसदी प्रभावित होगी, जबकि जीवीए में 1.3 फीसदी की कमी आएगी। अर्थव्यवस्था की रफ्तार जुलाई 2016 से धीमी पड़नी शुरू हो गई थी।
चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस और विपक्षी दल जो कह रहे थे, वह सही साबित हुआ है। अर्थव्यवस्था में साल 2016 के मध्य से ही गिरावट शुरू हो गई थी, लेकिन उसे ठीक करने के कदम उठाने की बजाए सरकार ने नोटबंदी जैसा असाधारण मूखर्तापूर्ण कदम उठाया, जिसने अर्थव्यवस्था को और अधिक नुकसान पहुंचाया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस दौरान लाखों लोग दुख में डूब गए। हमने ध्यान दिलाया था कि जीवंत अर्थव्यवस्था के तीन संकेतक नीचे गिर गए हैं। पहला जीडीपी अनुपात के लिए निवेश है, दूसरा क्रेडिट वृद्धि है और तीसरा नई नौकरियों की संख्या है।
चिदंबरम ने यह भी कहा कि इन तीनों संकेतकों पर सरकार पूरी तरह से ‘नाकाम’ साबित हुई है और सीएसओ ने यह साबित किया है कि सरकार गलत थी। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि अब सरकार आगे क्या करेगी और कब तक वह, यह कहते हुए कि सबकुछ ठीक है और हम सही दिशा में हैं, अपने आपको और देश के लोगों को मूर्ख बनाएगी। सबकुछ ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि हम सही रास्ते पर नहीं है। निवेश गिर रहा है। ऋण वृद्धि अधिकांश क्षेत्रों के लिए नकारात्मक हैं और नौकरियां नहीं है।
देश की अर्थव्यवस्था पर नोटबंदी की मार दिखाई दे रही है। मार्च 2017 में समाप्त चौथी तिमाही के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) दर घटकर 6.1 फीसदी रही जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह सात फीसदी थी। आधिकारिक सांख्यिकीविद् द्वारा बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले वित्त साल में देश की जीडीपी बढ़कर 7.1 फीसदी रही है जो 2015-16 के आठ फीसदी के मुकाबले कम है।
Economy began slowing down in July 2016. Demonetisation made it worse.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) 1 June 2017