सोशल मीडिया पर बधाईयों का तांता
परीक्षा में टॉप करने वाली दिल्ली की 22 वर्षीय टीना डाबी का कहना है कि मैं उस वक्त सो रही थी, जब सिविल सर्विस एग्जामिनेशन के परिणाम आए। मुझे पता था कि रिजल्ट तो आज हैं लेकिन इसका कोई निश्चित समय नहीं होता है। जब मेरा फोन लगातार बजने लगा तो मैं समझ गई कि रिजल्ट आ गया है। टीना के मामले में खास बात यह है कि उसने पहली बार में यह परीक्षा पास की है।
इस दफा खास बात यह रही कि परीक्षा में दूसरे स्थान पर जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग के अतहर आमिर उल शफी खान रहे। हमेशा बंदूकों और बम के साए में रहने वाले खान के घर मुबारक देने वालों की रौनक है। अतहर बताते हैं कि उन्हें आईएएस बनने की प्रेरणा अपने दादा गुलाम अहमद खां से मिली । उनके सेब के बागान हैं। अतहर का कहना है कि उनके दादा अनपढ़ जरूर थे लेकिन उनकी इच्छा थी कि वह अपने पोते को अधिकारी बनाएं। इसके लिए वह नियमित रूप से अपने पोते के स्कूल में जाते और उसके रिपोर्ट कार्ड और रिजल्ट के बारे में टीचरों से पूछताछ करते थे।
परीक्षा में तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले दिल्ली के जसमीत सिंह संधू हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने सरल तरीके से इस परीक्षा की तैयारी की थी। तनाव को उन्होंने परीक्षा के लिए खतरा बताया। यह उनका चौथा प्रयास था। जसमीत ने कहा कि सफलता जब मिलती है तो अच्छा लगता है। जसमीत 2014 में भारतीय राजस्व सेवा के लिए चयनित हुए थे। वर्तमान में वह फरीदाबाद में नेशनल एकेडमी ऑफ कस्टम, एक्साइज एंड नारकोटिक्स में प्रशिक्षण ले रहे हैं।