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01 August 2019

भाजपा महिला नेताओं का महिला सशक्तीकरण पर दोहरा चरित्र, तीन तलाक पर मुखर, उन्नाव रेप पर चुप्पी

पिछले दिनों संसद से पास होने और राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद तीन तलाक बिल अब कानून बन चुका है। यह बिल पिछले साल ही लोकसभा से पास हो चुका था। इस कानून को लेकर भाजपा नेताओं का सुर हमेशा से मुखर रहा है और पार्टी की महिला नेता इसे महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक मजबूत कदम बताती रही हैं। इसके कानून बनने के बाद भी उनकी जिस तरह की प्रतिक्रिया आई है, उससे साफ है कि तीन तलाक कानून के मुद्दे पर वह हमेशा से मुस्लिम महिलाओं के पक्ष में खुद को दिखाती रही हैं। हालांकि, महिला सशक्तीकरण के उनके दावे और वादों में दोहरापन भी नजर आता है। यह उनके एक मसले पर बयान और दूसरे मसले पर चुप्पी से जाहिर हो जाता है।

महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी

महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि तीन तलाक बिल पर कहा था कि यह मुस्लिम महिलाओं के दुखों का अंत है और सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन महिलाओं का दर्द समझा और लैंगिक समानता के अपने वादे को पूरा किया। हालांकि, लैंगिक समानता और महिला सशक्तीकरण को लेकर महिला विकास मंत्री का कोई भी बयान उन्नाव रेप मामले में सामने नहीं आया। गौरतलब है कि इस रेप मामले में आरोपी भाजपा के विधायक हैं, जिसे अब पार्टी से निकाल दिया गया है।

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पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज

पूर्व विदेश मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सुषमा स्वराज ट्वीट कर तीन तलाक बिल के पास कराने के लिए प्रधानमंत्री को बधाई दी। उन्होंने लिखा, “तीन तलाक से संबंधित क्रांतिकारी विधेयक को पारित करवाने के लिए प्रधानमंत्री जी और उन सभी सांसदों का अभिनन्दन जिन्होंने इस विधेयक के पक्ष में मतदान किया।”

इससे पहले 26 जुलाई को उन्होंने लोकसभा में अध्यक्षता कर रहीं शिवहर से भाजपा सांसद रमा देवी पर आजम खान की टिप्पणी को लेकर भी नाराजगी जताई। उन्होंने 26 जुलाई को ट्वीट किया, “आजम खान द्वारा बार-बार दिए गए ऐसे बयान यह साबित करते हैं कि वह मानसिक विकृति से ग्रस्त हैं। कल संसद में महिला सभापति को संबोधित करते हुए दिया गया उनका ब्यान बदसलूकी की सारी हदें पार कर गया। संसदीय मर्यादा का तकाजा है कि आजम खान को कड़ी-से-कड़ी सजा दी जाए।” लेकिन चर्चित उन्नाव रेप केस में पीड़िता को लेकर बोलना तो दूर, उनकी तरफ से एक भी ट्वीट नहीं किया गया।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तीन तलाक बिल को लेकर कोई ट्वीट तो नहीं किया, लेकिन उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के उस ट्वीट को री-ट्वीट किया, जिसमें शाह ने लिखा है कि मोदी सरकार महिला सशक्तिकरण और महिला अधिकारों की रक्षा के लिए समर्पित है, ट्रिपल तलाक पर बैन इसी दिशा में उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है। लेकिन जिंदगी की जंग जूझ रही उन्नाव की रेप पीड़िता को लेकर निर्मला सीतारमण की तरफ से न तो कोई ट्वीट और न ही री-ट्वीट किया गया है।

सांसद मीनाक्षी लेखी

भाजपा की नई दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी तीन तलाक कानून को लेकर शुरू से मुखर रही हैं। उन्होंने लोकसभा में चर्चा के दौरान कहा था, “जो लोग इस कानून का विरोध कर रहे हैं, इसके पीछे उनकी राजनीतिक मंशा है। महिला के समानता के अधिकार को हमेशा राजनीतिक रंग दिया जाता रहा है। राष्ट्र-विरोधी ताकतें इसका मजाक बनाने की कोशिश कर रही हैं। यह कानून महिला सशक्तिकरण के लिए लिए महत्वपूर्ण है।” इसके बाद जब बिल पास हो गया तो भी उन्होंने ट्वीट किया और कहा कि बारत ने इतिहास रचा। ट्रिपल तलाक के खिलाफ बिल पास। बधाई। उन्होंने इसे शाह बानो, शायरा बानो जैसी पीड़िता को इसे समर्पित भी किया।

लेकिन जब बात महिला सशक्तिकरण की है, तो यह उन्नाव की रेप पीड़िता के लिए नहीं दिखती। भाजपा सांसद लेखी की तरफ से न तो कई बयान और न ही कोई ट्वीट किया जाता है।

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TAGS: महिला सशक्तीकरण, तीन तलाक, उन्नाव रेप, भाजपा, महिला नेता, Double standard, women empowerment, BJP’s top women leaders, Tripple Talaq, Unnao Rape
OUTLOOK 01 August, 2019
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