गजेंद्र को अंतिम विदाई देने उमड़ी भीड़
इस मौके पर भारी भीड़ उमड़ी, जिनमें विभिन्न दलों के नेता भी शामिल रहे।
दौसा पुलिस अधीक्षक अंशुमान भौमिया ने बताया कि मृतक गजेंद्र सिंह के परिवार में कल विवाह होने के कारण उसके परिजन उसका शव उसके पैतृक आवास पर नहीं ले जाकर किसी परिचित के घर पर लेकर गए थे। गजेंद्र सिंह के चाचा गोपाल सिंह कल रात ही शव को दिल्ली से लेकर अपने गांव पहंुच गए थे। कुछ देर तक घर पर रखने के बाद शव को स्थानीय श्मशान घाट ले जाया गया। यहां पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। 'गजेंद्र का बलिदान, याद करेगा हिंदुस्तान', 'जय जवान, जय किसान' जैसे नारों के बीच करीब 10 बजे उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
भौमिया के अनुसार, अन्त्येष्टि के मौके पर राजस्थान सरकार के सामाजिक अधिकारिता मंत्री डा अरूण चतुवेदी, भाजपा विधायक डाॅ अलका गुर्जर, राजस्थान प्रदेश कांगे्रस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्राी सचिन पायलट, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्राी अशोक गहलोत, पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्राी नमो नारायण मीना, जितेन्द्र सिंह एवं करणी सेना के नेता लोकेन्द्र सिंह कालवी, गजेन्द्र सिंह के परिजन समेत काफी तादाद में लोग मौजूद थे।
गौरतलब है कि गजेन्द्र सिंह ने कल दिल्ली में आप की जंतर मंतर में आयोजित रैली के दौरान पेड़ पर फंदा लगा कर आत्महत्या कर ली थी।