Advertisement
05 September 2016

राजनाथ की दो टूक टिप्‍पणी, हुर्रियत में न तो इंसानियत, न ही कश्‍मीरियत

google

कश्मीर मे हुर्रियत नेताओं के इस अड़ि‍यल रवैये पर दो टूक टिप्पणी करते हुए राजनाथ ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जिस तरह हुर्रियत नेताओं ने सर्वदलीय प्रतिनिधि‍मंडल से बातचीत से इनकार किया है उससे उनकी मंशा साफ जाहिर होती है। 

राजनाथ सिंह ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार घाटी में शांति का माहौल स्‍थापित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहेे हैंं।  उन्होंने कहा, 'मैं हुर्रियत नेताओं से कहना चाहता हूं कि बातचीत के लिए हमारे दरवाजे ही नहीं, हमारे रोशनदान भी खुले हैं।

राजनाथ सिंह ने कहा, 'हर कोई कश्मीर में हालात सुधारने के लिए चिंतित है। एक बात मैं तथ्यात्मक रूप से स्पष्ट कर दूं कि जम्मू-कश्मीर हिंदुस्तान का अभिन्न अंग था, भारत का अंग है और हमेशा रहेगा। इसमें कोई दोमत नहीं है। अगर कोई बातचीत के लिए जाता है और हुर्रियत के नेता बात नहीं करते हैं तो साफ जाहिर है कि उनका इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत पर कोई भरोसा नहीं है'।

Advertisement

गृह मंत्री ने कहा, 'हम घाटी में शांति बहाली के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए तैयार हैं। हम राज्‍य सरकार के साथ हर कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहे हैं। हम शांति चाहने वालों से बात करने के लिए तैयार हैं'।

हुर्रियत नेताओं की ओर से कश्मीर मसले पर पहले पाकिस्तान से बातचीत की शर्त पर गृह मंत्री ने कहा, 'हम पहले देश में रहने वाले अपने लोगों से बात करेंगे'। गृह मंत्री ने कहा कि कश्‍मीरी छात्रों की समस्‍याओं के लिए एक समिति बनाई गई है। 

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: कश्‍मीर, अमन चैन, बुरहान वानी, हुर्रियत, सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल, kashmir, all party delegation, peace, violence, burhan wani, rajnath singh, hurriyat
OUTLOOK 05 September, 2016
Advertisement