इफको ने इंश्योरेंस कंपनी में से अपनी 21.64 फीसदी हिस्सेदारी बेची
इफको के साथ ही इंडियन पोटाश लिमिटिड ने भी अपनी 1.36 फीसदी हिस्सेदारी टोकियो मरीन एशिया को बेची है। आउटलुक से बात करते हुए इफको के मैनिजिंग डायरेक्टर यू,एस अवस्थी ने कहा कि हिस्सेदारी बेचने के बाद भी कंपनी पर भारतीय स्वामित्व रहेगा। उनका कहना है कि यह कदम हमने सरकार के इंश्योरेंस सेक्टर में एफडीआई की सीमा 49 फीसदी बढ़ाये जाने के बाद किया। गौरतलब है कि इसके बाद इफको-टोकियो इंश्योरेंस कंपनी में टोकियो की हिस्सेदारी बढ़कर 49 फीसदी हो जाएगी। अवस्थी का कहना है कि इस डिसइनवेस्टमेंट के बाद जहां इफको को करीब 2380 करोड़ रूपये मिलेंगे वहीं इंडियन पोटास लिमिटिड को करीब 140 रूपये मिलेंगे। उनका कहना है कि इस पैसे को हम अपने कृषि बिजनेस में लगाएंगे ताकि भारतीय किसानों को बेहतर सुविधाएं दी जा सके।
गौरतलब है कि इफको ने साल 2000 में इंश्योरेंस सेक्टर में प्रवेश किया था और इसका मकसद गांवो और किसानों तक इंश्योरेंस को पहुंचाना था। यू.एस अवस्थी का कहना है कि गांव-गांव में इफको की पहचाने होने की वजह से बहुत ही कम वक्त में इफको-टोकियो इंश्योरेंस कंपनी इंश्योरेंस सेक्टर में एक बड़ा नाम हो गई और आज इसकी मार्किट वैल्यू 11 हजार करोड़ है। इस मौके पर टोकियो मरीन एशिया के चीफ एग्जीक्यूटिव आर्थूर ली ने कहा कि इफको-टोकियो में हिस्सेदारी बढ़ाने के पीछे कंपनी की सोच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कंपनी की ग्रोथ और बिजनेस को बढ़ावा देना है।
वहीं इस मौके पर इफको-टोकियो कंपनी की चेयरमैन श्रीनिवास गोडा ने कहा कि देश में तेज आर्थिक विकास की वजह से मिडिल क्लास बढ़ रहा है,इसलिए इंश्योरेंस सेक्टर में भी तेजी से ग्रोथ होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम लोगों की जरूरतों को समझने और उन्हें पूरा करने के लिए काफी काम कर रहें है।