देशभर के IIT संस्थानों में 34 फीसदी फैकल्टी की कमी, छत्तीसगढ़ में 58% जगह खाली
देश में जहां आईआईटी और एनआईटी की संख्या बढ़ाने की बात हो रही हैं, वहीं टीचिंग स्टाफ की कमी भी एक बड़ी समस्या बन रही है।
अंग्रेजी समाचार पत्र द टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, भारत के 23 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में कुल 34 फीसदी फैकल्टी की कमी है। आईआईटी मंडी (हिमाचल प्रदेश) ऐसा है एक मात्र संस्थान है जहां आवश्यक पदों से ज्यादा लोग नियुक्त हैं, बाकी हर जगह पद रिक्त हैं और फैकल्टी की कमी है।
मुंबई, खड़गपुर और कानपुर जैसे पुराने संस्थानों में भी 25 से लेकर 45 प्रतिशत तक फैकल्टी कम हैं। ऐसे में यह समस्या सिर्फ पलक्कड़, तिरुपति और गोवा जैसे नए आईआईटी संस्थानों का क्या कहना।
पिछले महीने राष्ट्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने कहा था कि दूसरे देशों के प्रफेसर्स और फैकल्टी को वीजा देने की प्रक्रिया को सुलभ बनाते हुए मंत्रालय आईआईटी में कुल पदों और रिक्त पदों इस बड़े अंतर को पाटने का प्रयास करेगा।
छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा कमी
सबसे बुरी स्थिति छत्तीसगढ़ के आईआईटी भिलाई की है जहां 58 फीसदी जगहें रिक्त हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, आईआईटी खड़गपुर में 46 फीसदी, कानपुर में 36 फीसदी, दिल्ली में 29 फीसदी, चेन्नई में 28 फीसदी और मुंबई में 27 प्रतिशत फैकल्टी की कमी है।