पत्रकार अक्षय का अंतिम संस्कार, मौत पर संदेह कायम

इंडिया टुडे समूह ने कहा है कि मध्य प्रदेश में व्यापमं घोटाले की छानबीन करने गए उसके रिपोर्टर अक्षय सिंह की मौत का कारण स्पष्ट नहीं है। समूह ने उम्मीद जताई कि चिकित्सक और जांच एजेंसियां उनकी मौत का कारण पता लगा लेंगी। समाचार चैनल आज तक में काम करने वाले विशेष संवाददाता अक्षय सिंह की शनिवार को झाबुआ में अचानक तबीयत खराब होने के बाद मौत हो गई थी। इंडिया टुडे समूह की ओर से जारी बयान में कहा, अक्षय सिंह के असामयिक निधन से इंडिया टुडे ग्रुप को गहरा दुख पहुंचा है। अक्षय दिसंबर 2013 से चैनल आज तक के साथ विशेष संवाददाता के तौर पर काम कर रहे थे। चार दिनों से वह मध्य प्रदेश में व्यापमं घोटाले की पड़ताल के असाइनमेंट पर थे। अपने महत्वपूर्ण सहयोगी के निधन से हमें बेहद दुख पहुंचा है। हमारी प्रार्थनाएं और सोच अक्षय के परिवार के साथ हैं।
गौरतलब है कि अब तक व्यापमं घोटाले से जुड़े करीब 25 लोगों की मौत हो चुकी है। इस घोटाले को लेकर मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार बुरी तरह घिर चुकी है। व्यापमं घोटाले में नाम आने के बाद नम्रता डामोर नाम की जिस छात्रा का शव रहस्यमयी हालत में उज्जैन में रेल की पटरियों के निकट पड़ा मिला था, अक्षय उसके माता-पिता का इंटरव्यू करने शनिवार को झाबुआ जिले के मेघनगर में थे। नम्रता के पिता मेहताब सिंह डामोर ने बताया, शनिवार दोपहर उनके निवास पर एक रिपोर्टर सहित चैनल के तीन लोग आए थे। बातचीत के बाद संबंधित कागजात की फोटोकाॅपी कराने उनका एक परिचित बाजार गया। रिपोर्टर सहित चैनल के लोग जब उनके घर के बाहर फोटोकाॅपी का इंतजार कर रहे थे, तभी अक्षय के मुंह से अचानक झाग निकलने लगे और उन्हें तत्काल सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे निजी अस्पताल में भेज दिया गया। बाद में उन्हें इलाज के लिए अक्षय को मध्यप्रदेश की सीमा से लगे गुजरात के दाहोद ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। झाबुआ के पुलिस अधीक्षक आबिद खान ने अक्षय सिंह की मेघनगर में मृत्यु होने की पुष्टि की है।