केजरीवाल कहें कि वह अकबर रोड का नाम बदलने के पक्ष में नहीः जस्टिस सच्चर
केंद्रीय मंत्री वीके सिंह द्वारा दिल्ली की सड़क अकबर रोड का नाम बदल कर महाराणा प्रताप रोड करने का बयान जारी करने के बाद से पक्ष-विपक्ष में तमाम तरह के बयान आ रहे हैं। सोशल मीडिया में भी अकबर के दौर के सिक्कों का हवाला देकर बताया जा रहा है किस तरह से उनमें हिंदू देवी-देवताओं को जगह मिली हुई थी। इसी बहस को आगे बढ़ाते हुए वरिष्ट न्यायविद् और दिल्ली उच्च न्यायालय के जज रह चुके जस्टिस राजेंद्र सच्चर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक खुला पत्र लिखा जिसमें इस पूरे प्रकरण में आम आदमी पार्टी की भूमिका पर भी सवाल उठाया है।
जस्टिस सच्चर ने पूछा है कि पिछली बार जब दिल्ली में औरंगजेब रोड का नाम बदलकर अब्दुल कलाम रोड किया गया था जो नई दिल्ली की जिस म्यूनिसपल कमेटी में यह निर्णय लिया गया था उसमें दो या तीन विधायक आप पार्टी के थे। जस्टिस सच्चर ने कहा कि कि इस कमेटी के अध्यक्ष भी दिल्ली के मुख्यमंत्री ही थे। जस्टिस सच्चर का कहना है कि जैसे पिछली बार आप की सहमति से औरंगजेब रोड का नाम बदला गया क्या वैसे ही इस बार भी तो नहीं किया जाएगा। जस्टिस सच्चर ने बताया कि उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को यह पत्र इसलिए लिखा है ताकि वह पहले से अपना रूख स्पष्ट करें। मैं नहीं चाहता कि सड़कों के नाम पर हो रही सांप्रदायिक राजनीति को बढ़ाया जाए। मुझे लगता है कि बतौर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल स्पष्ट तौर पर कहें कि वह अकबर रोड का नाम बदलने के पक्ष में नहीं हैं।